Chhattisgarh के पूर्व मुख्यमंत्री Ajit Jogi की बहु Richa Jogi ने खुद को अनुसूचित जनजाति की बताते हुए जाति प्केरमाण्पत्र 2020 में मरवाही उपचुनाव के समय शासन के पास जमा कराया था। जिसका राज्य स्तरीय में छानबीन समिति ने ऋचा जोगी के खिलाफ गलत जाति प्रमाण पत्र पेश करने के मामले में मुंगेली के सिटी कोतवाली थाने में FIR दर्ज की गई.
दरअसल 2020 में पूर्व CM अजीत जोगी के निधन के बाद मरवाही की सीट खली हो गई, जिसके लिए जोगी की बहू ऋचा जोगी ने भी नामांकन दाखिल करते हुए चुनाव लड़ने के लिए दावेदारी पेश की थी जहां जाति प्रमाण पत्र जमा किये जिसमें ऋचा रूपाली साधु नाम लिखा था, फिर २०२१ में उच्च स्तरीय प्रमाणीकरण छानबीन समिति के अध्यक्ष डीडी सिंह ने ऋचा जोगी के गोंड अनुसूचित जनजाति के स्थायी प्रमाणपत्र जाँच करते हुए कहा कि ऋचा जोगी के पिता क्रिश्चियन थे फिर प्रमाण पत्र निरस्त कर दिया था।
जिसके बाद ऋचा जोगी के खिलाफ शिकायत दर्ज की गई और कहा गया कि ऋचा रुपाली साधु (शादी से पहले का नाम) ने अवैध रूप से अनुसूचित जनजाति का प्रमाण पत्र तैयार कर इसे उपयोग किया। और उनके खिलाफ सामाजिक प्रस्थिति प्रमाणीकरण अधिनियम 2013 की धारा 10 के तहत अपराध क्रमांक 651 दर्ज किया गया है।