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Raipur Nikay Chunav: रायपुर में किसकी होगी मेयर की 'चेयर' ? एग्जिट पोल से हो गया साफ..!

Raipur Nikay Chunav: रायपुर में किसकी होगी मेयर की 'चेयर' ? एग्जिट पोल से हो गया साफ..!

Raipur Nikay Chunav: नगर निगम के महापौर समेत सभी 70 वार्डों के प्रत्याशियों  का फैसला मंगलवार को जनता ने ईवीएम के जरिए किया। बता दें कि, 25 सालों में दूसरी बार शहरी सरकार की जिम्मेदारी किसी महिला नेता के हाथों में जाएगी। वोटिंग के बाद यह चर्चा लगातार हो रही है कि शहरी सरकार किसके पास जाएगी। मुख्य मुकाबला भाजपा की मीनल चौबे और कांग्रेस की दीप्ति प्रमोद दुबे के बीच था। अब रायपुर का चुनाव कौन जीतेगा,इससे पर्दा तो 15 फरवरी को ही उठेगा, लेकिन चुनावी चर्चाओं और रुझानों को देखकर कयास लगाए जा रहे कि भाजपा की मीनल चौबे रायपुर मेयर की चेयर अपने पक्ष में कर सकती हैं, वहीं एग्जिट पोल में मीनल चौबे को 59.6%  तो डिप्टी दुबे को 37.4% वोट मिलते नजर आ रहे हैं।

रायपुर मेयर की चेयर 

चर्चाओं और रुझानों को देखें तो भाजपा महापौर प्रत्याशी मीनल चौबे की एकतरफ पलड़ा भारी नजर आया। वोटिंग की दिन की बात करें तो भाजपा कार्यकर्ता वोटिंग के दौरान ज्यादा सक्रिय थे और पोलिंग बूथों के पास भाजपा के स्टॉलों पर मतदाताओं की भीड़ काफी देखी गई। वहीं, कांग्रेस जमीनी स्तर पर कमजोर नजर आई। दोपहर 2 बजे के बाद कई बूथों पर भीड़ कम हो गई और सूनी तस्वीरें सामने आईं। इस तरह के हालात को देखकर राजनीतिक जानकारों का मानना है कि 15 सालों तक नगर निगम की सत्ता में रही कांग्रेस की जीत की संभावनाएं कम होती दिख रही हैं, क्योंकि इस बार चुनावी माहौल और मतदान के रुझानों में बदलाव देखा जा रहा है। अगर बात करें सभी 70 वार्डों की तो चर्चाओं के अनुसार शहर के 70 वार्डों में से बीजेपी 38 से 42 वार्डों में जीत रही है, जबकि कांग्रेस 20 से 22 वार्डों में और बाकी 8 से 10 वार्डों में अन्य पार्टी जीत रहे हैं। 

डिस्क्लेमर: 

एग्जिट पोल के परिणामों की सटीकता को लेकर inh 24x7 कोई दवा नहीं कर रहे हैं विभिन्न स्रोतों से जुटाए गए पब्लिक ऑपिनियन के आधार पर जो निष्कर्ष निकला है उसे हम यहां यथातथ्य रख रहे हैं, जीत हार के अनुमान वाले आंकड़ों की सच्चाई की हम ना तो पुष्टि करते हैं और ना ही इसे प्रमाणित करते हैं।

फिलहाल यह तो अनुमान है, परिणाम 15 फरवरी को आएंगे। फिलहाल दोनों प्रत्याशियों के कार्य और एक्स्स्पिरियांस पर एक नजर डालते हैं...

तीन बार पार्षद रह चुकी हैं मीनल चौबे :

बीजेपी प्रत्यशी मीनल चौबे तेजतर्रार महिला नेत्री के रूप में जानी जाती हैं। वह तीन बार बीजेपी की पार्षद रह चुकी हैं और वर्तमान में रायपुर नगर निगम में नेता प्रतिपक्ष तथा सीनियर पार्षद के रूप में कार्यरत हैं। रायपुर नगर निगम के महापौर पद के लिए उनकी दावेदारी पहले से ही काफी मजबूत मानी जा रही है।

53 वर्षीय मीनल चौबे ने स्नातक की शिक्षा प्राप्त करने के बाद संगठन में भी सक्रिय भूमिका निभाई है। उन्होंने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से छात्र राजनीति में कदम रखा और लूना पर सवार होकर कॉलेज की छात्राओं की मांगों को लेकर हर जगह डटी रहीं। वह भाजपा महिला मोर्चा में आंदोलन, धरना-प्रदर्शन के जरिए लगातार सक्रिय रहीं। पिछले दो दशकों से राजनीति में सक्रिय मीनल ने बीजेपी जिला की कमान संभालने के साथ-साथ प्रदेश पदाधिकारी का दायित्व भी निभाया है। हर चुनाव में अपने वार्ड से बीजेपी को बड़े अंतर से विजय दिलाने में उन्होंने सफलता हासिल की है।

कांग्रेस प्रत्याशी दीप्ति पहली बार लड़ रहीं चुनाव:

वहीं बात करें कांग्रेस प्रत्याशी दीप्ति दुबे की तो ये पहली बार चुनाव लड़ रहीं हैं। लेकिन दीप्ति सामाजिक कार्यों में सक्रिय रही हैं और 2014 से कांग्रेस में जुड़ी हुई हैं, जहां उनकी महिलाओं के बीच मजबूत पकड़ है। वह विधानसभा और लोकसभा चुनावों में भी सक्रिय रूप से कैंपेनिंग कर चुकी हैं। दीप्ति ने सामाजिक और सांस्कृतिक गतिविधियों के माध्यम से विभिन्न समुदायों में अपनी गहरी छाप छोड़ी है और इसके साथ ही वह एक मेंटल हेल्थ क्लीनिक की डायरेक्टर भी हैं।

कांग्रेस प्रत्याशी दीप्ति दुबे वर्तमान सभापति प्रमोद दुबे की पत्नी हैं। दीप्ति ने मास्टर्स इन साइकोलॉजी के साथ एमए हिंदी साहित्य की पढ़ाई की है और वर्तमान में पीएचडी कर रही हैं। पत्रकारिता में डिप्लोमा होने के साथ-साथ वह मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता के क्षेत्र में भी सक्रिय रूप से काम कर रही हैं। 


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