भोपाल : राजधानी के नगर निगम द्वारा न्यू मार्केट और उसके आसपास के क्षेत्र में वाहनों की भीड़ कम करने के लिए बाजार को नो व्हीकल पार्किंग जोन बनाने की योजना बनाई गई थी, लेकिन पैसा कमाने के चक्कर में निगम के अधिकारियों ने बाजार में वाहनों की भीड़ कम करने के बजाय प्रीमियम पार्किंग शुरू कर दी।
सबसे बड़ी परेशानी यह है कि इस पार्किंग में 10 रुपए की जगह 30 रुपया प्रति घंटे के हिसाब से शुल्क वसूला जा रहा है। रोशनपुरा चौराहे से नानके पेट्रोल पंप तक सड़क के दोनों ओर वाहनों की पार्किंग की जा रही है। इससे प्रतिदिन शाम पांच बजे से रात 11 बजे तक सड़क पर ट्रैफिक जाम हो रहा है। इससे राहगीर और खरीदारों के साथ दुकानदारों को भी परेशानी हो रही है।
न्यू मार्केट की प्रीमियम पार्किंग में अधिकांश गािड़यां रसूखदारों की होती हैं, जिससे न तो सही वसूली होती है और न ही उन्हंे समय पूरा होने के बाद हटाया जाता है। निगम ने फोर व्हीलर से पार्किंग शुल्क वसूलने के फेर में न्यूमार्केट का ट्रैफिक सिस्टम ही बिगाड़ दिया है। अभी यहां एक घंटे वाहन पार्किंग के 30 और दो घंटे के 50 रुपए वसूले जा रहे हैं। जबकि सामान्य पार्किंग में दो घंटे तक कार पार्किंग के 10 रुपए देने होते हैं। रविवार की शाम न्यू मार्केट में पार्किंग के लिए जगह नहीं मिलती है। वहीं प्रीमियम पार्किंग के कारण यहां पर नो व्हीकल जोन भी नहीं बन पा रहा है।
नगर निगम अध्यक्ष किशन सूर्यवंशी के अनुसार न्यू मार्केट और इसके आसपास अवैध पार्किंग और वेंडरों को हटाने की कार्रवाई समय समय पर की जाती है। लोग मल्टीलेवल पार्किंग में गाड़ी खड़ी कर रहे हैं। सड़क पर अवैध गाड़ियों की पार्किंग पर रोक लगाने के लिए ट्रैफिक की एक टीम क्रेन के साथ घूमती रहती है। प्रीमियम पार्किंग से यदि परेशानी होती है तो इसका निरीक्षण किया जाएगा।
प्रीमियम पार्किंग के लिए नगर निगम का जो मकसद था, वह पूरा नहीं हो पा रहा है। यहां के दुकानदार मल्टी लेवल पार्किंग में गाड़ी खड़ी करने के बजाय ज्वेलर्स की लाइन में चार पहिया वाहन पार्क कर रहे हैं। इससे एक ओर निगम को राजस्व का नुकसान है, वहीं इस लाइन में जो शोरूम और होटल हैं, उनके ग्राहकों को पार्किंग की जगह नहीं मिलती है, जिससे उनकी ग्राहकी नहीं हो पा रही है।
अवैध पार्किंग रोकने बनाई प्रीमियम पार्किंग
निगम ने योजना बनाई थी कि न्यूमार्केट में टाॅप एन टाउन वाली लाइन यानी प्रसाद क्लीनिक से मृगनयनी तक एक घंटे तक कार पार्किंग को महंगा करने से यहां पर जाम नहीं लगेगा, लेकिन यहां उल्टा हो गया। सड़क पर पार्किंग की प्रवृत्ति को रोकने और मल्टीलेवल पार्किंग में वाहनों की संख्या बढ़ाने यह व्यवस्था की गई थी, लेकिन न्यू मार्केट की इस सड़क पर पार्किंग अनुमति न होने के बावजूद एक ही समय में 30 से 40 कारें पार्क होती हैं।
खरीदार व व्यापारियों के लिए बनाई गई न्यू मार्केट की मल्टीलेवल पार्किंग अभी भी आधी खाली रहती है, जबकि प्रशासन अवैध पार्किंग पर रोक नहीं लगा पा रहा है। बाजार में पार्किंग की समस्या 40 करोड़ रु. खर्च करने के बावजूद सफल नहीं हो पाई। आमजन की राशि से माइंडटेक कंपनी द्वारा विकसित पार्किंग स्थल में डेढ़ साल बाद भी क्षमता से 40 फीसदी वाहनों भी पार्क नहीं हो रहे हैं। ज्यादातर पार्किंग की जगह खाली पड़ी रहती है।