Pilgrimage to Amarnaath : जून महीने से शुरू होने वाले बाबा बर्फानी के दर्शन यात्रा को सुरक्षित करने के लिए जम्मू- कश्मीर प्रशासन ने ने अहम् फैसला लिया है 14 से 18 किलोमीटर लंबी अमरनाथ यात्रा के पैदल मार्ग में नो स्टे जोन बनाए जाएंगे भूस्खलन के खतरे के चलते यह फैसला लिया गया है।
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भूस्खलन के खतरे वाले इन चिन्हित नो स्टे जोन में टेंट, दुकानें और लंगर लगाने की अनुमति नहीं दी जाएगी।दो महीने तक चलने वाली इस यात्रा के मार्ग में परिस्थिति के अनुसार नो स्टे जोन की संख्या बढ़ाई जा सकती है। पिछले साल अमरनाथ यात्रा में 3.65 लाख यात्री आए थे।
ये पिछले 6 साल की रिकॉर्ड संख्या थी। अनुमान है कि इस बार भी रिकॉर्ड यात्री आएंगे।पिछले साल जुलाई में अमरनाथ गुफा के पास एक शिविर के भूस्खलन की चपेट में आने से 17 श्रद्धालुओं की मलबे में दबकर मृत्यु हो गई थी।
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