उमरिया : मध्य प्रदेश के उमरिया में 10 हजार की रिश्वत लेते ग्राम पंचायत माला सचिव को लोकायुक्त पुलिस ने आज रंगे हाथों गिरफ्तार किया। आरोपी ने फरयादी से बिल पास कराने के एवज में 10 हजार की रिश्वत की मांग की थी। जिसकी शिकायत फरयादी ने लोकायुक्त में कर दी। शिकायत सही पाए जाने पर लोकायुक्त ने मामले में कार्रवाई करते हुए आरोपी को गिरफ्तार किया। साथ ही मामले में भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत केस दर्ज कर आगे की जांच शुरू की।
लोकायुक्त की 12 सदस्यीयो की टीम ने की कार्रवाई
मिली जानकारी के अनुसार आरोपी पंचायत सचिव संतोष सोनी ने फरयादी अंकुर तिवारी से अमृत सरोवर में किए गए काम के बिल भुगतान के एवज में 10 हजार की रिश्वत की मांग की थी। जिसकी शिकायत फरयादी ने लोकायुक्त में कर दी। आरोपी पंचायत सचिव भाजपा नगर परिषद अध्यक्ष के जेठ हैं। जिसके विरुद्ध लोकायुक्त की 12 सदस्यीयो की टीम ने कार्रवाई की।
बिल भुगतान के एवज में माँगी थी रिश्वत
लोकायुक्त निरीक्षक संदीप सिंह भदौरिया ने बताया कि आवेदक अंकुर तिवारी ग्राम पंचायत माला गनपत सचिव संतोष सोनी द्वारा फरियादी की जेसीबी से काम कराया गया था। जिसका बिल पास करने के एवज में उससे रिश्वत की मांग की जा रही थी। फरियादी ने पांच हजार रुपए पूर्व में रिश्वत के तौर पर दिए थे। वहीं 10 हजार की रिश्वत लेते आरोपी सचिव को ट्रैप किया गया है। आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।