भोपाल : मध्यप्रदेश स्कूल शिक्षा विभाग ने कमजोर छात्रों की नैया पार करने का बीड़ा उठाते हुए स्कूलों में अलग कक्षाएं लगाने का फैसला लिया है। जहां पर नौवीं से 12वीं तक के स्टूडेंट्स जिन विषयों में कमजोर है उनपर विशेष फोकस करने स्कूलों में अलग-अलग कक्षाएं संचालित करने का फैसला लिया है। जिसकी शुरुआत अगले माह से की जाएगी। ताकि छात्रों का छमाही परीक्षा का परिणाम अच्छा आए।
तिमाही परीक्षा परिणाम अच्छा नहीं रहा
दरअसल, नौवीं से 12वीं तक के छात्रों की इस बार तिमाही परीक्षा परिणाम अच्छा नहीं रहा। जिसको देखते हुए शिक्षा विभाग ने आगामी छमाही परीक्षा के परिणाम को बेहतर करने के लिए यह कदम उठाया है। बता दें कि इस बार नौवीं और दसवीं का परिणाम 55% रहा, तो वही दसवीं और ग्यारवीं कक्षा का परिणाम 65% आया। जिसे देखते हुए शिक्षा विभाग काफी चिंतित है। इस वजह से इन स्टूडेंट्स पर ज्यादा फोकस करने अब अलग कक्षाएं लगाई जाएगी।
परिणाम में सुधार करने उठाया कदम
कक्षा नौ से 12 तक के विद्यार्थी खास तौर पर गणित, भौतिक विज्ञान, विज्ञान, रसायन विज्ञान व जीव विज्ञान विषय में कमजोर पाए गए है। ऐसे में अब छात्रों को उनके विषय के अनुसार अलग सेक्शन बनाकर खास पढ़ाई करवाई जाएगी। शिक्षा विभाग ने छात्रों के परिणाम में सुधार करने यह कदम उठाया है।