होम
देश
दुनिया
राज्य
खेल
बिजनेस
मनोरंजन
जरा हटके
सेहत
अध्यात्म
फैशन/लाइफ स्टाइल

 

MP NEWS: कार्यकारिणी सूची में नए नाम किये जाएंगे शामिल, जीतू पटवारी ने दी जानकारी, नामों को लेकर बड़े नेताओं में नाराजगी

MP NEWS: कार्यकारिणी सूची में नए नाम किये जाएंगे शामिल, जीतू पटवारी ने दी जानकारी, नामों को लेकर बड़े नेताओं में नाराजगी

भोपाल :    मध्य प्रदेश कांग्रेस में कार्यकारिणी सूची जारी होने के बाद से पार्टी में विरोध के सुर तेज हो गए है। वैसे तो सूची में 177 लोगों के नाम शामिल है। लेकिन पार्टी के दिग्गज नेताओं को लिस्ट में जगह नहीं दी जाने के चलते कई बड़े नेता नाराज है। जिसको देखते हुए पार्टी लिस्ट में नए नाम जोड़ने जा रही है। इस बात की जानकारी खुद पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ने दी। पटवारी ने कहा कि कई नेताओं को प्रदेश सचिव बनाया जाएगा। अनुशासन समिति ओर सलाहकार समिति में शामिल होंगे वरिष्ठ नेता। 

सूची को लेकर कई बड़े नेता नाराज

कांग्रेस की कार्यकारिणी सूची जारी होने को लेकर कई बड़े नेता नाराज है। सबसे ज्यादा नाराजगी ग्वालियर,चंबल के नेताओं में देखने को मिल रही है। दरअसल, सिकरवार परिवार के किसी भी सदस्य को प्रदेश कार्यकारिणी में जगह नहीं दी गई। जिसकी वजह से विधायक सतीश सिकरवार काफी नाराज है। बता दें कि सिकरवार परिवार का ग्वालियर, चंबल इलाके में बड़ा सियासी रसूख है। सतीश सिकरवार की पत्नी शोभा सिकरवार ग्वालियर से महापौर है। 

हेमंत कटारे भी कार्यकारिणी से खुश नहीं

इसके साथ ही मुरैना से लोकसभा का चुनाव लड़े और प्रदेश में सबसे कम वोटो से लोकसभा का चुनाव हारे नीटू सिंह सिकरवार भी कार्यकारिणी में शामिल नहीं किए जाने को लेकर नाराज है। सूत्रों के अनुसार उप नेता प्रतिपक्ष हेमंत कटारे भी कार्यकारिणी से खुश नहीं है। इस वजह से उन्होंने सोशल मीडिया पर कोई बधाई नहीं दी। 

दिग्गज नेताओं को नहीं दिया गया तवज्जो

इसके साथ ही कमलनाथ सहित पूर्व नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह के भी समर्थकों को लिस्ट में जगह नहीं मिलने से नाखुश है। बताया जा रहा है कि गोविंद सिंह ने अपने 5 समर्थकों के नाम दिए थे। लेकिन किसी का भी चयन नहीं किया गया। मुरैना से कांग्रेस नेता जसवीर गुर्जर भी कार्यकारिणी में नहीं लिए जाने से नाराज है। जसवीर गुर्जर को 2023 विधानसभा चुनाव में टिकट नहीं मिलने के बाद भी उन्हें प्रदेश पदाधिकारी बनाया गया था। पार्टी के वरिष्ट नेताओं को इस बार तवज्जो नहीं दिए जाने से नेताओं में साफ नाराजगी देखने को मिल रही है। 
 


संबंधित समाचार