DELHI : स्टैंडअप कॉमेडियन मुनव्वर फारूकी का देश भर में विरोध करते तमाम हिन्दू संगठनों में से एक VHP ने दिल्ली पुलिस को चेतावनी देते हुए पत्र लिख कहा 'हम शहर में शांति चाहते हैं। हम नहीं चाहते कि वह हमारे हिंदू देवताओं का मजाक उड़ाए। अगर पुलिस कुछ नहीं करती है, तो हम पूरे शहर में विरोध प्रदर्शन करेंगे। हमने दिल्ली पुलिस मुख्यालय को पत्र सौंपा है और कमिश्नर को एक ईमेल भी भेजा है। हम चाहते हैं कि वह कार्रवाई करें।' बता दें की इसी बात को आधार बनाते हुए कॉमेडियन का हैदराबाद में भी बीजेपी के विधायक टी राजा ने विरोध करते हुए पैगम्बर की निंदा कर दी थी जिसकी वज़ह से हैदराबाद सुलग उठा था, हालांकि हैदराबाद के शो में फारुकी किसी भी तरह का विवादित जोक करने से बचते नज़र आए थे और शो पुलिस की भारी सुरक्षा के बीच शांतिपूर्वक निपट गया था, लेकिन टी राजा के बयान की वज़ह से हैदराबाद में सांप्रदायिक तनाव बढ़ गया और पूरा हैदराबाद सुलग उठा और जम कर राजनीति भी हुई, जो अंततः टी राजा की गिरफ़्तारी के बाद जा कर थमी, साथ ही बीजेपी ने भी उन्हें भाजपा से निष्काषित कर दिया.
अब दिल्ली में होने वाले शो का सीधे-सीधे भाजपा की रीढ़ की हड्डी कही जाने वाली विश्व हिंदू परिषद ने ही विरोध किया है, और विहिप ने इसे लेकर पुलिस कमिश्नर संजय अरोड़ा को एक पत्र भी लिखा जिसके बाद तुरंत दिल्ली पुलिस ने फारूकी के शो को दी गई इजाजत वापस ले ली.
हालांकि कॉमेडियन की टीम और आयोजकों की दलील थी की “हैदराबाद में जो हुआ उससे फारुकी का कोई लेना देना नहीं था, किसी ने पैगम्बर की निंदा की और उस वजह से किसी ने उसका विरोध किया, कानून ने अपना काम किया, उस मामले से कॉमेडियन का कोई लेना देना नहीं था” लेकिन दिल्ली पुलिस ने इस दलील को सिरे से ख़ारिज करते हुए विहिप के उग्र आंदोलन से बचने के लिए शो को दी गई इजाजत वापस ले ली है. इस मामले में जेसीपी (लाइसेंसिंग शाखा) ओपी मिश्रा ने पुष्टि की कि स्थानीय (केंद्रीय) जिला पुलिस द्वारा एक रिपोर्ट प्राप्त होने के बाद अनुमति को अस्वीकार खारिज कर दी गई है। 23 अगस्त को लाइसेंसिंग शाखा में पश्चिमी दिल्ली के विष्णु गार्डन में रहने वाले आवेदक गुरसिमर सिंह रयात ने 28 अगस्त को डॉ एसपीएम सिविक सेंटर, केदारनाथ साहनी ऑडिटोरियम में एक कॉमेडी शो करने की इजाजत मांगी गई थी। इसमें फारूकी के शामिल होने की बात कही गई थी।