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26 जनवरी को दिल्ली में दिखेगी MP की झांकी, मध्य प्रदेश की झांकी लगातार दूसरे साल चयनित

26 जनवरी को दिल्ली में दिखेगी MP की झांकी, मध्य प्रदेश की झांकी लगातार दूसरे साल चयनित

भोपाल। गणतंत्र दिवस 26 जनवरी को कर्तव्य पथ नई दिल्ली में प्रदर्शित होने वाले परेड के लिए मप्र की झांकी लगातार दूसरे साल चयनित हुई है। पिछले वर्ष 2024 में चयनित झांकी की थीम महिला सशक्तिकरण था, जबकि इस बार की झांकी का थीम कूनो नेशनल पार्क में विचरण करने वाले चीतों पर आधारित है। देश के सभी राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों को मिलाकर कुल 15 झांकियों का चयन किया गया है, इसमें मप्र की झांकी भी है। मप्र की झांकी के चयन से पहले रक्षा मंत्रालय ने हर स्तर पर स्क्रूटनी की प्रक्रिया पूरी की। सभी मापदंडाें पर खरा उतरने के बाद ही प्रदेश की झांकी का चयन किया गया। 

इस झांकी की प्रस्तुति 26 जनवरी को कर्तव्य पथ पर की जाएगी। इसके प्रदर्शन के बाद भारत सरकार के रक्षा मंत्रालय की ओर से एक सेरेमाेनियल लिंक शेयर की जाती है। इस लिंक पर मिलने वाले वोट के आधार पर पुरस्कार प्रदान किए जाते हैं। रक्षा मंत्रालय 26 से लेकर 30 जनवरी तक लिंक को ओपन रखता है। आम लोगों से मिलने वाले वोट को आधार बनाकर श्रेणी के आधार पर पुरस्कार दिए जाते हैं।

इस खासियत की वजह से ली गई थीम

देश में कहीं भी चीते नहीं थे। अपने देश के चीते करीब 50 साल पहले ही विलुप्त हो गए थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विशेष रूचि लेकर चीता प्रोजेक्ट पर काम शुरू कराया। वर्ष 2022 में अपर मुख्य सचिव अशोक बर्णवाल की देखरेख में नामीबिया में चीतों के रख-रखाव आदि का अध्ययन करने के लिए वन अधिकारियों को भेजा गया। उन्होंने भी इसमें रूचि लेकर इस प्रोजेक्ट को पूरा किया। इसके बाद 17 सितंबर 2022 को 8 चीतें विशेष विमान से नामीबिया से यहां लाए गए। अब हालांकि यह बढ़कर 24 हो चुके हैं।

झांकी को बनाने में करीब 20 दिन का समय लगा

मप्र की झांकी की कई तरह की खासियते हैं। झांकी को बनाने में करीब 20 दिन का समय लगा है। कुल 38 फीट लंबाई, 14 फीट चौड़ाई व 16 फीट ऊंचाई की झांकी को 10 से 12 लोगों ने हर दिन करीब 10 घंटे से ज्यादा समय काम करके बनाया है। इसे लोहा, लकड़ी व फाइबर से बनाया गया है। इस झांकी की एक खासियत यह है कि झांकी के सामने श्योपुर जिले की प्रसिद्ध लंहगी डांस करते हुए 12 जनजातीय युवक चलते हैं।

यह नेशनल पार्क चूंकि श्योपुर जिले में स्थित है, इसलिए वहीं के स्थानीय नृत्य को इसके िलए चुना गया है। झांकी की दूसरी बड़ी खासियत यह है कि कूनो नेशनल पार्क के चीतों का प्राकृतिक तरीके से नृत्य करते हुए वीडियाे का प्रदर्शन झांकी में पूरे समय चलता रहेगा। उस पर फाइबर से बनाए गए चीते 180 डिग्री तक दहाड़ते हुए मूव करते रहेंगे।


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