GUJARAT: बीते रात रविवार को Morbi शहर के केबल पुल हादसे में अब तक 141 लोगों की मौत हो चुकी है जख्मी लोगों को hospital में भर्ती कराया गया है, इस ब्रिज की अभी तक फिटनेस प्रमाणपत्र जारी नहीं करने पर संबंधित ओरेवा कंपनी और अन्य जिम्मेदार अधिकारियों को ipc की धारा 304, 308 और 114 के तहत fir दर्ज किया गया है. जिसमें ओरेवा कंपनी के 9 कर्मचारियों को हिरासत में लिया गया.
इस घटना पर प्रधानमंत्री ने कल मोरबी जाने का फैसला लिया है, स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के पास राष्ट्रीय एकता दिवस पर हादसे का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री इमोशनल हो गए कहा कि "मैं एकता नगर में हूं लेकिन मेरा मन मोरबी के पीड़ितों के साथ है। मैंने अपने जीवन में शायद ही कभी इस तरह के दर्द का अनुभव किया होगा। एक तरफ दर्द से भरा दिल है तो दूसरी तरफ कर्तव्य पथ। दुख की इस घड़ी में सरकार हर तरह से शोक संतप्त परिवारों के साथ है।"
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143 साल पुराना केबल सस्पेंशन ब्रिज टूट गया।ब्रिज रेनोवेशन के लिए 6 महीने से बंद था, इसे 25 को ही खोला गया था। इसका उद्घाटन 20 फरवरी 1879 को मुंबई के गवर्नर रिचर्ड टेम्पल ने किया था।
गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल घटनास्थल में पहुचकर स्थिति का जायजा लिया हैं। देश के प्रधानमंत्री ने भी घटना स्थल पर राहत बचाव कार्य के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए हैं प्रधानमंत्री ने गुजरात के मुख्यमंत्री से बात की हैं और घटना पर नजर बनाए रखने के निर्देश दिए हैं पीएम मोदी ने मोरबी हादसे में जान गंवाने वालों में से प्रत्येक के परिजनों के लिए पीएमएनआरएफ से 2 लाख और घायलों को 50,000 रुपये का देने का ऐलान किया।
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