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Mishtann Foods Share Crash: Mishtann Foods के स्टॉक में भारी गिरावट और सेबी की कार्रवाई

Mishtann Foods Share Crash: Mishtann Foods के स्टॉक में भारी गिरावट और सेबी की कार्रवाई

Mishtann Foods Share Crash: गुजरात बेस्ड पेनी स्टॉक कंपनी Mishtann Foods के शेयरों में सोमवार, 9 दिसंबर को फिर से भारी गिरावट देखने को मिली। कंपनी का स्टॉक 20 फीसदी गिरकर ₹9.94 पर आ गया और लोअर सर्किट ब्रेकर भी लग गया। इस गिरावट के बाद, पिछले दो दिनों में स्टॉक की कीमत लगभग 37% तक गिर चुकी है। एक समय था जब Mishtann Foods का शेयर ₹26.36 तक जा पहुंचा था, लेकिन अब उसमें 62% की गिरावट हो चुकी है।

क्या कारण है इस गिरावट का
इस गिरावट के पीछे सबसे बड़ा कारण सिक्योरिटी और एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (SEBI) की कार्रवाई है। SEBI ने Mishtann Foods और इसके प्रमोटर हितेश कुमार गौरीशंकर पटेल सहित कंपनी से जुड़ी पांच इकाइयों पर फर्जी ट्रांजैक्शन और कॉर्पोरेट गवर्नेंस में लापरवाही के आरोप लगाए हैं। SEBI ने आरोप लगाया कि कंपनी ने 100 करोड़ रुपये के फर्जी ट्रांजेक्शंस के जरिये शेयरों में हेरफेर किया और निवेशकों को गुमराह किया। इसके साथ ही SEBI ने कंपनी पर पब्लिक फंड जुटाने पर 7 वर्षों तक प्रतिबंध लगा दिया है।

क्या आरोप हैं Mishtann Foods पर
1. फर्जी ट्रांजेक्शन: SEBI ने पाया कि कंपनी ने 47.10 करोड़ रुपये के फर्जी लेन-देन के जरिये प्रमोटरों और निदेशकों को लाभ पहुंचाया।
2. गलत फंड डायवर्जन: SEBI के आदेश के अनुसार, कंपनी ने राइट्स इश्यू से जुटाए गए 49.82 करोड़ रुपये को गलत तरीके से डायवर्ट किया।  
3. फाइनेंशियल मैनिपुलेशन: SEBI की रिपोर्ट में यह भी कहा गया कि कंपनी ने अपने फाइनेंशियल ट्रांजैक्शंस को बढ़ा-चढ़ा कर पेश किया, जिससे निवेशकों और रेगुलेटरों को गुमराह किया गया।

SEBI की जांच और आदेश
SEBI ने Mishtann Foods के प्रमोटरों और निदेशकों से स्पष्टीकरण मांगा है और उन्हें आगामी 21 दिनों के भीतर जवाब देने को कहा है। SEBI ने कंपनी को निर्देश दिया है कि वह राइट्स इश्यू से जुटाए गए फंड को वापस करें और इसके अलावा अन्य वित्तीय गड़बड़ियों की जांच के लिए कदम उठाए। 

क्या आने वाले समय में और गिरावट हो सकती है?
SEBI की कार्रवाई और कंपनी पर लगाए गए आरोपों के बाद निवेशकों के बीच अनिश्चितता का माहौल है। इस स्थिति में Mishtann Foods के स्टॉक में और गिरावट आ सकती है, खासकर जब कंपनी के प्रमोटर्स पर प्रतिबंध लगा हुआ है और कंपनी की प्रतिष्ठा पर सवाल उठ रहे हैं।

निवेशकों के लिए सुझाव
अगर आप Mishtann Foods में निवेश करने का विचार कर रहे हैं, तो यह समय थोड़ा सावधानी से काम लेने का है। SEBI की कार्रवाई और फर्जी लेन-देन के आरोपों के बाद, निवेशकों को समझदारी से निर्णय लेना चाहिए और बाजार में होने वाली अनिश्चितता से बचने के लिए पेशेवर वित्तीय सलाहकार से मार्गदर्शन प्राप्त करना चाहिए।


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