MP BJP Politics : मध्यपद्रेश की मोहन सरकार एक ओर सरकार के एक साल पूरे होने का जश्न मनाने की तैयारी कर रही है, तो वही दूसरी ओर सरकार के मंत्रियों के कुछ ठीक नहीं चल रहा है। बीते मंगलवार को हुई कैबिनेट की बैठक में दो दिग्गज मंत्रियों के नहीं पहुंचने को लेकर चर्चा होने लगी है।
दरसअल, मोहन सरकार के दिग्गज मंत्री कैलाश विजयवर्गीय और प्रहलाद पटेल 10 दिसंबर को हुई कैबिनेट की बैठक में नहीं पहुंचे थे। जिसको लेकर राजनैतिक गलियारों में कई तरह की चर्चाएं होने लगी। क्योंकि इससे पहले हुई कैबिनेट की बैठक में दोनों मंत्रियों ने सड़क परियोजनों का विरोध किया था। ऐसे में राजनैतिक गलियारों में चर्चा है कि सरकार में इन दिनों कुछ ठीक नहीं चल रहा है।
आपको बता दें कि एक सप्ताह पहले हुई कैबिनेट की बैठम में सीएम मोहन ने सिंहस्थ के लिए उज्जैन में तीन सड़क परियोजनाओं को मंजूरी दी थी। जिसपर कैबिनेट मंत्री कैलाश विजयवर्गीय और प्रहलाद पटेल ने सवाल खडे किए थे। दोनों मंत्रियों का कहना था कि अगर सारा पैसा उज्जैन में खर्च कर देंगे तो बाकी जगाहों का क्या होगा।
पटेल विजयवर्गीय का मोहन से सवाल!
मोहन सरकार के कद्दावर मंत्री प्रहलाद पटेल ने सीएम मोहन यादव से सवाल करते हुए कहा था की सिर्फ उज्जैन की सड़कों के लिए इतना खर्च क्यों? मंत्री पटेल के इस सवाल पर कैबिनेट में सन्नाटा सा छा गया था। पटेल के सवाल पर सीएम मोहन जवाब देते, उससे पहले मामला मुख्य सचिव ने संभाल लिया और पटेल के सवाल का जवाब भी दिया। मंत्री प्रहलाद पटेल के अलावा मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने भी सवाल करते हुए कहा था कि मेरी भी आपत्ति है। उज्जैन में होने वाले सिंहस्थ में अभी काफी समय है। अगर सड़कों का निर्माण करना है तो सिंहस्थ फंड से होना चाहिए, शासन के फंड से नहीं। मंत्री कैलाश के सवाल पर सीएम मोहन ने कहा की सिंहस्थ के लिए हमारे पास केवल 500 करोड़ का फंड है तो मंत्री कैलाश ने कहा की अगर सिंहस्थ के लिए फंड कम है तो केंद्र से बात करे और फंड बढ़वाएं। अगर केवल उज्जैन पर इतना खर्च कर देंगे तो बाकी जगाहों का क्या होगा?
सीएस ने संभाला मोर्चा
कैबिनेट की बैठक में दोनो मंत्री के सवाल पर एक समय के लिए सन्नाटा छा गया था। दोनों मंत्रियों के सवाल पर सीएम मोहन कुछ जवाब देते, उससे पहले मुख्य सचिव अनुराग जैन ने मोर्चा संभालते हुए जवाब दिया। अनुराग जैन ने कहा कि सड़क बनने में 3 से 4 साल लगते हैं। फाइनेंशियल क्लियरेंस में भी समय लगता है। सड़क बनेगी तो टोल बनेगा, दोनों तरफ इंडस्ट्रियल टाउनशिप बनेगी, जिससे सरकार को आय होगी और रही बात इतनी लागत की तो बड़ी सड़के हैं तो खर्चा भी होगा और सड़के भी जरूरी है। सीएस अनुराग जैन के जवाब पर सीएम मोहन ने सहमति जताई थी।