मध्यप्रदेश किसान कांग्रेस : मध्यप्रदेश में कांग्रेस बीते दो चुनावों में बुरी हार के बाद अब बदलाव की तैयारी में जुटी हुई है। कांग्रेस की कमान संभालने के बाद से जीतू पटवारी कांग्रेस संगठन में बदलाव करने जा रहे है। हाल ही में पटवारी और दिनेश गुर्जर ने किसान कांग्रेस की प्रदेश कार्यकारिणी और जिला कार्यकारिणी को भंग कर दिया है। अब नई कार्यकारिणी के गठन की कवायद शुरू कर दी है।
कमलनाथ की कमेटी भंग!
जीतू पटवारी और कांग्रेस विधायक किसान कांग्रेस अध्यक्ष दिनेश गुर्जर ने किसान कांग्रेस की प्रदेश और जिला कार्यकारिणों को भंग कर दिया है। यह कमेटियां बीते 5 सालों से संगठन का काम देख रही थी। सबसे बड़ी बात यह है कि इस कमेटी गठन उस समय किया गया था जब कमलनाथ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष थे। बीते 5 साल पहले कमलनाथ के निर्देश पर दिनेश गुर्जर ने किसान कांग्रेस कमेटी में नियुक्तियां की थी। अब जीतू पटवारी ने इस कमेटी को भंग कर दिया है।
गठित होगी नई कार्यकारिणी
किसान कांग्रेस के अनुसार प्रदेश स्तर से लेकर जिला स्तर तक की किसान कांग्रेस कमेटियों को भंग कर दिया गया हैं। अब जल्द ही नई कमेटी का गठन किया जाएगा। किसान कांग्रेस में नई नियुक्तियां की जाएंगी। कमेटी में ऐसे नेताओं को शामिल किया जाएगा जो किसानों के लिए लड़ाई लड़ सके, किसानों को न्याय दिलाने के लिए तत्पर रहे।
कांग्रेस में पिछड़ा वर्ग का दबदबा
बता दें कि मध्यप्रदेश कांग्रेस में पिछड़ा वर्ग का दबदबा बना हुआ है। जीतू पटवारी कांग्रेस अध्यक्ष है। वे खुद पिछड़ा वर्ग से आते है। वहीं युवा कांग्रेस अध्यक्ष मितेन्द्र सिंह यादव पिछड़ा वर्ग, महिला कांग्रेस अध्यक्ष विभा पटेल पिछड़ा वर्ग, एनएसयूआई अध्यक्ष आशुतोष चौकसे पिछड़ा वर्ग से आते है। वही अन्य संगठनों की कमान ओबीसी वर्ग के नेताओं के हाथें में है। अब देखना होगा की कांग्रेस संगठनों में कैसे बदलाव लाती है।