Morena District BJP President : मध्यप्रदेश बीजेपी ने लंबे समय बाद जिलाध्यक्षों की सूची जारी कर दी है। हालांकि अबतक 47 जिलों के अध्यक्षों की सूची जारी हुई है। जारी सूची में बीजेपी ने मुरैना जिले से कमलेश कुशवाह को अध्यक्ष बनाया है। कुशवाह पहले मुरैना बीजेपी के जिला उपाध्यक्ष थे। इस बार उन्हें प्रमोशन दिया गया है। तो वही वर्तमान अध्यक्ष योगश पाल गुप्ता की विदाई हो गई है। कमलेश कुशवाह की नियुक्ति को पार्टी की रणनीति के तौर पर देखा जा रहा है। बीजेपी ने मुरैना से कुशवाह कार्ड खेलने की कोशिश की है।
दरसअल, मुरैना जिले में कुशवाह समाज का वोट बैंक काफी मजबूत है। मुरैना को कुशवाह बाहुल इलाका माना जाता है। खासतौर पर जिले के सुमावली में कुशवाह समाज सबसे ज्यादा है। यहां करीब 45 हजार कुशवाह वोटर है। कुशवाह समाज चुनावों में हार जीत में निर्णायक भूमिका में रहते है। इसीलिए बीजेपी ने कुशवहा वोट बैंक को साधने की कोशिश की है।
मुरैना में कुशवाह कार्ड
राजनीतिक पंडितों का कहना है कि मुरैना में कुशवाह समाज का मजबूत वोट बैंक है। हर चुनाव में यह वर्ग निर्णायक भूमिका में रहता आया है। बीजेपी चाहती है कि आगामी चुनावों में इस वर्ग का फायदा मिले यही कारण है कि बीजेपी ने यहां समाजिक समीकरण के साथ साथ क्षेत्रिय समीकरणें को साधते हुए कुशवाह कार्ड खेला है।
धरे रह गए दिग्गज?
राजनीतिक गलियारों में चर्च है कि मुरैना में भाजपा जिलाध्यक्ष मामले में कई बड़े नेताओं की नहीं चल सकी। क्योंकि कई नेता वर्तमान जिलाध्यक्ष योगेश पाल गुप्ता के लिए जोर लगा रहे थे। योगेश पाल को नरेंद्र सिंह तोमर का करीबी माना जाता है। योगोश अध्यक्ष पद के लिए फिर से मजबूत उम्मीदवार माने जा रहे थे। वही कमलेश पाल साल 2021 से जिला उपाध्यक्ष है, पाल ने कई बार जिलाध्यक्ष बनने के लिए लॉबिंग की, लेकिन वे इस मुकाम तक नहीं पहुंच सके, लेकिन कमलेश कुशवाह ने संगठन में मेहनत करते हुए जिलाध्यक्ष की रेस में शामिल दावेदारों को पछाडते हुए अध्यक्ष की कुर्सी हांसिल कर ली। वही बीजेपी ने कुशवाह वोट बैंक को साधते हुए कुशवाह को कुर्सी सौंप दी।
कांग्रेस की बढ़ेगी मुसिबत?
मुरैना और सुमावली में कुशवाह समाज का काफी दबदाव माना जाता है। कुशवाह समाज का चुनावों में समय समय पर बीजेपी—कांग्रेस की ओर झुकाव रहा है। बीजेपी ने इस बार कुशवाह कार्ड खेलते हुए क्षेत्र में कांग्रेस को कमजोर करने की भी कोशिश की है। आगामी चुनावों में बीजेपी का कुशवाह कार्ड पार्टी के लिए बरदान साबित हो सकता है।