रिपोर्टर - गणेश मिश्रा
बीजापुर। बीजापुर के थाना गंगालूर क्षेत्र स्थित तोड़का कोरचोली जंगल एरिया में प्रतिबंधित माओवादी संगठन अंतर्गत पश्चिम बस्तर डिवीजन के DVCM दिनेश, PLGA कंपनी नंबर 02, PLGA Platoon & Militia company के सशस्त्र माओवादियों cadres की उपस्थिति की सूचना पर डीआरजी, एसटीएफ, कोबरा 202 एवं केरिपु 222 वाहिनी की संयुक्त टीम शुक्रवार को माओवादी विरोधी अभियान के लिए निकली थी। इस संबंध में पुलिस अधीक्षक बीजापुर डॉ जितेन्द्र कुमार यादव ने कि अभियान के दौरान 01 फरवरी को डीआरजी व एसटीएफ की संयुक्त पार्टी और माओवादियों के बीच प्रातः 08.30 बजे से संयुक्त टीम एवं माओवादियों के मध्य रुक रुक कर कई बार मुठभेड़ हुई।
शवों की शिनाख्तगी जारी
मुठभेड़ के बाद अब तक सर्चिंग में 08 पुरुष माओवादियों के शव बरामद किये गएl मुठभेड़ में मारे गयें माओवादी पश्चिम बस्तर डिवीजन के गंगलूर एरिया कमिटी, कंपनी नंबर 2 & Militia company के सदस्यों के होने की संभावना है तथा उनकी शिनाख्तगी कार्यवाही की जा रही है ।
DRG जवानों को आई मामूली चोटें
मुठभेड़ में माओवादियों से INSAS रायफल, 12 बोर रायफल, BGL Launcher सहित भारी मात्रा हथियार एवं माओवादी सामग्री बरामद किया गया है। मुठभेड़ में कई और नक्सलियों के मारे जाने अथवा घायल होने की संभावना व्यक्त की जा रही है l मुठभेड़ के दौरान दो DRG जवानों को मामूली चोटें आईं l घायलों जवानों की हालत खतरे से बाहर और सामान्य है l क्षेत्र में अभी गश्त सर्चिंग अभियान जारी है ।
एक महीने में 33 हार्डकोर नक्सलियों को उतरा मौत के घाट
पुलिस महानिरीक्षक बस्तर रेंज सुन्दरराज पी. ने बताया कि वर्ष 2024 में नक्सल विरोधी अभियान में प्राप्त बढ़त को आगे बरकरार रखते हुये वर्ष 2025 में भी बस्तर संभाग अंतर्गत सुरक्षा बलों द्वारा प्रभावी रूप से प्रतिबंधित एवं गैर कानूनी सीपीआई माओवादी संगठन के विरूद्ध नक्सल विरोधी अभियान संचालित किये जाने के परिणाम स्वरूप विगत 32 दिनों में कुल 33 हार्डकोर माओवादियों के शव बरामद किये गये l
बस्तर की शांति, सुरक्षा व विकास के लिए समर्पित
माओवादियों के तमाम साजिश एवं कायराना हरकतों के बावजूद भी सुरक्षा बल सदस्यों द्वारा मजबूत मनोबल एवं स्पष्ट लक्ष्य के साथ बस्तर क्षेत्र की शांति, सुरक्षा व विकास हेतु समर्पित होकर कार्य किया जा रहा है l विगत 04-05 दशकों से बस्तर क्षेत्र की शांति, सुरक्षा एवं विश्वास का दुश्मन बना हुआ है नक्सल संगठन अपना अंतिम सांस ले रहा है। क्षेत्र की जनता के जानमाल की रक्षा करने के दायित्वों का पुलिस व सुरक्षा बलों के सदस्यों द्वारा अपनी जान की परवाह न करते हुये पूर्ण समर्पित भाव से कार्य निर्वहन किया जा रहा है।