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अमरवाड़ा उपचुनाव : क्या अमरवाड़ा हार रही कांग्रेस? नेताओं ने क्यों बनाई दूरी?

अमरवाड़ा उपचुनाव : क्या अमरवाड़ा हार रही कांग्रेस? नेताओं ने क्यों बनाई दूरी?

अमरवाड़ा उपचुनाव : मध्यप्रदेश की अमरवाड़ा सीट पर उपचुनाव का मतदान होने में कुछ ही दिनों का वक्त बचा हुआ है। 10 जुलाई को मतदान होगा, लेकिन जब से अमरवाड़ा में उपचुनाव की घोषणा हुई है तब से ही जीतू पटवारी के बाद कमलनाथ लगातार चुनावी अभियान में अपनी पूरी ताकत झौंकते दिखाई दे रहे है। जीतू पटवारी कई बार अमरवाड़ा कांग्रेस प्रत्याशी के समर्थन में प्रचार कर चुके है तो वही कमलनाथ भी अपना गढ़ बचाने के लिए भरपूर प्रयास कर रहे है। 

कमलनाथ बीते ​दिनों से लगातार कांग्रेस प्रत्याशी के समर्थन में प्रचार कर रहे है। नाथ कांग्रेस को जीत दिलाने और अपना गढ़ बचाने के लिए मैदान में उतर आए है। बीते गुरूवार को कमलनाथ ने ​अमरवाड़ा के ग्राम छिंदी में एक विशाल जनसभा को संबोधित किया। इस दौराव वो भावुक दिखाई दिए। कमलनाथ के साथ जीतू पटवारी भी कदम से कदम मिलाकर चल रहे है, लेकिन अमरवाड़ा के रण में प्रदेश के कई कांग्रेसी नेता नदारत दिखार्द दे रहे है। 

दिग्गजों ने बनाई दूरियां?

अमरवाड़ा उपचुनाव के लिए कांग्रेस ने करीब 40 स्टार प्रचारकों की सूची जारी की थी। जिसमें दिग्विजय सिंह , प्रभारी जितेन्द्र सिंह, उमंग सिंघार, अरुण यादव, अजय सिंह, विवेक तनखा, सज्जन सिंह वर्मा जैसे कई वरिष्ठ नेताओ के नाम शामिल थे, लेकिन ये नेता अमरवाड़ा उपचुनाव से दूरी बनाते दिखाई दे रहे है। हालांकि इनमें से उमंग सिंघार और सज्जन सिंह वर्मा एक बार जरूर अमरवाड़ा के रण में दिखाई दिए, इसके बाद वे गायब हो गए। 

क्या अमरवाड़ा हार रही कांग्रेस?

दरसअल, यह बात हम नहीं बल्कि प्रदेश भाजपा प्रवक्ता नरेन्द्र सूलजा का कहना है। नरेन्द्र सलूजा ने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा है कि ख़बर अंदरखाने से...क्या हार के दाग से बचने के लिये दिग्विजय सिंह, प्रभारी जितेन्द्र सिंह, उमंग सिंघार, अरुण यादव, अजय सिंह, विवेक तनखा जैसे कई वरिष्ठ नेताओ ने अमरवाड़ा उपचुनाव से दूरी बना कर रखी है... क्या ये सभी चाहते है कि यहां की हार भी अकेले जीतू पटवारी के खाते में ही जाये।

आपको बता दें कि अमरवाड़ा सीट आदिवासी बाहुल सीट है। यह सीट अनुसूचित जनजाति वर्ग के लिए आरक्षित है। जनजातीय वोटर्स अमरवाड़ा का भविष्य तय करते है। यह भी बता दें कि अमरवाड़ा सीट से 3 बार के कांग्रेस विधायक कमलेश शाह ने लोकसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस छोड़ दी थी। उन्होंने भाजपा ज्वाइन कर ली थी। जिसके बाद अमरवाड़ा सीट पर विधायक का पद खाली हो गया था। और अब इस सीट पर उपचुनाव हो रहा है। बीजेपी ने यहां से पूर्व कांग्रेस विधायक कमलेश शाह को टिकट दिया है तो वही कांग्रेस ने आदिवासी नेता और समाज सेवी धीरन शाह को उम्मीदवार बनाया है। तो वही गोंडवाना गत्रतंत्र पार्टी से देवराबेन भलावी चुनावी मैदान में ताल ठोक रहे है। अमरवाड़ा उपचुनाव का मतदान 10 जुलाई को होगा। वही 13 जुलाई को चुनाव के परिणाम आएंगे।


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