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Indian Railway News :श्रद्धालु छठ पर अपने घर बिहार-यूपी जाने के लिए 40-40 हजार में टैक्सी कर जा रहे

Indian Railway News :श्रद्धालु छठ पर अपने घर बिहार-यूपी जाने के लिए 40-40 हजार में टैक्सी कर जा रहे

भोपाल। मंगलवार से चार दिन का छठ महापर्व शुरू हो गया। तो वहीं इस त्यौहार को मनाने के लिए यूपी, बिहार व झारखंड में रहने वाले लोगों को घर जाने का सिलसिला जारी है। इसके चलते भोपाल सहित मप्र, महाराष्ट्र व गुजरात से यूपी, बिहार व झारखंड जाने वाली ट्रेनों में खासी भीड़ देखने को मिल रही है।

ट्रेनों के जनरल कोच में दो से तीन गुना तक यात्री नजर आ रहे हैं। हालाकि यूपी, बिहार व झारखंड से मुंबई व गुजरात के शहरों में जाने वाली ट्रेनें खाली चल रही है। वहीं ट्रेनों में भारी भीड़ के चलते राजधानी भोपाल के कई परिवारों को कंफार्म बर्थ या जगह नहीं मिलने पर प्राइवेट टैक्सी कर जाने को मजबूर हुए है। राजधानी भोपाल से 60 से 70 परिवारों ने 40 से 50 हजार रुपए किराए पर टैक्सी कर पटना व बिहार व अन्य जिलों में छठ पर्व मानाने के लिए गए हैं। 

ट्रेनों में यह दिखे हालात 

भोपाल स्टेशन पर मंगलवार को दोपहर दो बजे हैदराबाद से गोरखपुर जाने वाली गोरखपुर स्पेशल सुपरफास्ट एक्सप्रेस पहुंची, तो सैकड़ों की संख्या में यात्री प्लेटफार्म नंबर दो पर ट्रेन में बैठने का इंतजार कर रहे थे। जनरल कोच में पहले से ही लगभग 150 से अधिक यात्री बैठे हुए थे। ट्रेन में बैठने की जुगत में पुरुषों के साथ महिलाएं भी थी, जो जनरल कोच में बड़ी मुश्किल से सवार हुईं।

ऐसे में कई लोगों को जनरल कोच में यात्री को बैठने की जगह नहीं मिली। टायलेट व गेट पर खड़े होकर यात्रा करने को मजबूर दिखाई दिए। इसी तरह मुंबई से गोरखपुर जाने वाली कुशीनगर एक्सप्रेस के जनरल कोच की भी स्थिति ठीक नहीं थी। यात्री जनरल कोच के गेट पर लटककर यात्रा करने को मजबूर था। जनरल कोच में 200 से 230 तक यात्री सवार नजर आए। स्लीपर कोच भी जनरल के समान नजर आ रहा था।  

पूरी रात आरपीएफ टीम कर रही मशक्कत 

छठ पर्व पर यात्रियों की सुरक्षा के लिए भोपाल मंडल के सभी स्टेशनों पर सुरक्षा और भीड़ प्रबंधन के विशेष इंतजाम किए है। इसके तहत रेल अधिकारी व रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) ने भोपाल और इटारसी रेलवे स्टेशनों पर विशेष सुरक्षा और भीड़ प्रबंधन किए गए। मंडल रेल प्रबंधक  देवाशीष त्रिपाठी के मार्गदर्शन में वाणिज्य पर्यवेक्षक एवं आरपीएफ निरीक्षक, उप-निरीक्षक, और सहायक कर्मचारी प्लेटफार्म, फुट ओवरब्रिज (एफओबी) और ट्रेनों पर भीड़ नियंत्रण और व्यवस्थित बोर्डिंग के लिए तैनात किए गए थे। तो वहीं आरपीएफ की टीम दिन व पूरी रात में यात्रियों को सुरक्षित ट्रेन में सवार करने के लिए कड़ी मशक्कत कर रही है, लेकिन यात्रियों की संख्या अधिक होने से कई बार व्यवस्था बनाए रखने में खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।  

60 से ज्यादा परिवार प्राइवेट टैक्सी से अपने घर के लिए रवाना हुए


ट्रेनों में भीड़ भाड़ पर परेशानी से बचने के लिए राजधानी भोपाल के करीब 60 से अधिक परिवारों ने प्राइवेट टैक्सी कर पटना व बिहार के अन्य जिलों के रवाना हुए । प्राइवेट टैक्सी के लिए कुछ फैमली के लोगों को 40 से 50 रुपए तक देना पड़ा। बिहार पटना जाने वाले अवधेश शर्मा ने बताया कि  टैवल्स एजेंसी को दोनों ओर का किराया देना पड़ा। इसके चलते बजट बढ़ा गया। 

 यात्री दबाव बढ़ा तो चलाई जाएंगी स्पेशन ट्रेन

यूपी, बिहार जाने वाली ट्रेनों में दीपावली और छठ त्यौहार के यात्री की संख्या अधिक है। यात्री की संख्या को देखते हुए स्पेशल ट्रेनों को संचालन किया जा रहा है। यदि यात्री दबाव बढ़ा तो अतिरिक्त स्पेशल ट्रेन चलाई जाएंगी।
 नवल अग्रवाल, एसीएम व प्रवक्ता भोपाल मंडल


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