Indian Oil: इंडिया की सबसे प्रमुख पेट्रोलियम कंपनी ने जानकारी देते हुए बताया है कि पेट्रोल-डीजल और LPG पर बहुत ज्यादा नुकसान देखने को मिल रहा है,अप्रैल - जून तिमाही और जुलाई -सितम्बर में 1,992.53 और 272.35 का घटा हुआ था। 2022 -23 के पहले तिमाही में IOC के साथ साथ अन्य सरकारी कंपनियों ने भी काफी भरी नुकसान दर्ज किया था। इसी वजह से महंगाई को नियंत्रित और सरकार की मदद करने के लिए पेट्रोल, डीजल, और एलपीजी के कीमतों में कोई संशोधन नहीं किया है।
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पिछले साल छिमाही में कंपनी ने मुनाफा दर्ज किया था:
IOC कंपनी ने पिछले साल जुलाई -सितंबर के महीने में 6,360.05 करोड़ रुपए मुनाफा दर्ज किया था। वही मौजूदा वर्ष में अप्रैल - सितंबर के बीच में कंपनी ने 2,264.88 करोड़ रुपए का घटा दर्ज किया है। पिछले साल छिमाही में कंपनी ने 12,301.42 करोड़ रुपए का मुनाफा दर्ज किया था। जोकि पिछले साल के जुलाई - सितम्बर के रेवेन्यू 1.69 लाख करोड़ से 34.9% से बढ़कर अब 2.28 लाख करोड़ रुपए हो गया।
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बैरल के हिसाब से कंपनियों को नुकसान हुआ:
कच्चा तेल बीते कुछ महीनों से करीब 100 डॉलर्स प्रति बैरल के आस पास बना हुआ है, वही पेट्रोल-डीजल के दाम रिटेल पंप में करीबन 85-86 डॉलर प्रति बैरल के हिसाब से थी। इस वजह से कंपनियों को नुकसान हुआ।
बीते कुछ दिनों में खुदरा कीमतों में संशोधन करने के लिए सरकार ने तेल कंपनियों स्वतंत्रता दी है। पर तीनों सरकारी कंपनियों ने दरों को फ्रीज करने के करने के बारे में जानकारी नहीं दी है।