Indian Navy Day 2022: भारत में सुरक्षा के लिए तीन सेना सेवाओं में तत्पर हैं. थल, जल और वायु जिसमें से सबसे शक्तिशाली सेनाओं में से एक भारतीय नौसेना है जब भी किसी को हमला करना होता है तो वह थल से ही करता है क्योकि जल सीमा पर कड़ी सुरक्षा होती है. भारतीय सेना कि इसी मेहनत और महानता के कारण आज के दिन यानि 4 दिसम्बर को उनके जज्बों को सलाम करने के लिए भारतीय नौसेना दिवस मनाते हैं। हर साल नौसेना दिवस मनाने के लिए एक अलग थीम तय की जाती है।
4 दिसंबर को क्यों मनाते हैं नौसेना दिवस?
भारत और पाकिस्तान के बीच 1971 में युद्ध हुआ था। इस युद्ध में पाकिस्तान ने 3 दिसंबर को भारतीय हवाई अड्डे पर हमला कर दिया। पाकिस्तानी सेना के आक्रमण हमले का जवाब देते हुए भारतीय नौसेना ने 4 और 5 दिसंबर की रात हमले की योजना बनाते हुए सैकड़ों पाकिस्तानी नौसेना के जवानों को मार गिराया। इस मिशन में भारतीय नौसेना के नेतृत्व कमोडोर कासरगोड पट्टणशेट्टी गोपाल राव ने किया। नौसेना की उपलब्धि और प्रयासों को स्वीकार करते हुए 4 दिसंबर को नौसेना दिवस मनाया जाता है.
कब हुई नौसेना दिवस मनाने की शुरुआत?
भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध के दौरान कमोडोर कासरगोड पट्टणशेट्टी गोपाल राव के नेतृत्व में भारतीय नौसेना दिवस मानाने का निर्णय लिया गया जिसे 1972 में 4 दिसंबर से मनाया जाने लगा.
कैसे हुई भारतीय नौसेना की स्थापना?
1612 में भारतीय नौसेना अस्तित्व में आई, जब East India Company ने Royal Indian Navy नाम से नौसेना बनाई, East India Company ने व्यापारिक जहाजों की सुरक्षा के उद्देश से एक नौसैनिक दल का गठन किया था। स्वतंत्रता के बाद 1950 में इसे Indian Navy के तौर पर पुनर्गठित किया गया।