Independence Day 2023: भारत के 77वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर देशभर में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन हुआ, इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी लाल किले पर तिरंगा फहराया और देश को संबोधित किया। पीएम मोदी ने अपने 90 मिनट के भाषण के दौरान विभिन्न महत्वपूर्ण विषयों पर विचार किए और उन्होंने कहा कि यह समय अगले हजार साल के इतिहास को निर्धारित करेगा। इसी दौरान पीएम मोदी ने सुप्रीम कोर्ट का भी स्मरण किया और बैठे हुए सीजेआई डीवी चंद्रचूड़ ने धन्यवाद दिया।
सुप्रीम कोर्ट में मातृभाषा के बढ़ते महत्व का जिक्र
प्रधानमंत्री मोदी ने मातृभाषा के महत्व को बढ़ते हुए उनके भाषण में शामिल किया। उन्होंने कहा, "हमने मातृभाषा में पढ़ाने के लिए प्रोत्साहन दिया है। भारतीय सुप्रीम कोर्ट का आभार है कि उन्होंने निर्णय लिया कि उनके फैसले का ऑपरेटिव हिस्सा वही भाषा होगा जिसमें मामला सुना जा रहा है।" पीएम मोदी के इस बयान के बाद सीजेआई चंद्रचूड़ ने हाथ जोड़कर उनका स्वागत किया।
समाज के विकास के प्रति प्रतिबद्धता
पीएम मोदी ने इस दौरान समाज के सभी वर्गों के विकास के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को प्रकट किया। उन्होंने कहा, "हमने पिछले 9 वर्षों में आदिवासी क्षेत्रों और पहाड़ी क्षेत्रों में विकास को महत्वपूर्ण दिया है। हमने विभिन्न योजनाओं के माध्यम से इन क्षेत्रों के विकास की दिशा में कई कदम उठाए हैं, जैसे पर्वतमाला-भारतमाला योजनाएं और स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार।"
आगे की दिशा का संकेत
पीएम मोदी ने अपने भाषण में कहा कि उन्होंने लालकिले से आगे की दिशा का संकेत दिया है, और वे देशवासियों के आशीर्वाद की भी मांग कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि 2047 में, जब भारत आजादी के 100 साल मनाएगा, तो उस समय दुनिया में भारत का तिरंगा झंडा विकसित और महान भारत का प्रतीक होना चाहिए।
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