जशपुर- जशपुर जिले में आंगनबाड़ी केंद्रों के लिए शासन के नियमों की अनदेखी कर अपात्र लोगों को फर्जी दस्तावेज से भर्ती करने पर अभ्यर्थियों में आक्रोश व्याप्त है। जशपुर जिले समेत पत्थलगांव तहसील में इन दिनों आंगनबाड़ी केंद्रों पर सहायिका की भर्ती हो रही है। इसके लिए अभ्यर्थियों को स्थानीय होने की अनिवार्यता की गई है। लेकिन ग्राम पंचायत में सरपंच अपने चहेते अभ्यर्थी के लिए फर्जी दस्तावेज उपलब्ध करा दे रहे हैं। पत्थलगांव के ग्राम पंचायत जोराडोल सहित अनेक आंगनबाड़ी केंद्र में ऐसे ही मामले सामने आए हैं।
बिना जांच पड़ताल के सिंधु एक्का को दी गई नियुक्ति ;
बता दें कि दूसरे रायगढ जिले के साजापानी की एक अभ्यार्थी सिंधु एक्का द्वारा आवेदन किया गया था। जिसको जोराडोल सरंपच राजेन्द्र कुजूर द्वारा पंचायत से निवास प्रमाण पत्र दे दिया गया जबकि अन्य पत्र अभ्यार्थियो द्वारा समय रहते दावा आपत्ति कर अभ्यार्थी सिंधु एक्का के निवास प्रमाण पत्र को अवैध बताया था। संबंधित समिति द्वारा बिना जांच पड़ताल के सिंधु एक्का को नियुक्ति दी गई है। आरोप है कि अभ्यार्थी सिंधु एक्का का नाम का कोई भी महिला ग्राम पंचायत जोराडोल के वोटर आईडी में आज तक दर्ज नही है। और न ही उसके नाम से आज तक कोई राशन कार्ड बना है।
विधायक गोमती साय ने मामले को गंभीरता से लिया :
इसके विपरीत रायगढ़ जिले के धरमजयगढ़ विकासखंड के ग्राम पंचायत साजापाली के सरपंच ने सिन्धु एक्का पिता संतराम एक्का का मूल निवास प्रमाण पत्र जारी कर सिंधु के अपने पंचायत की निवासी होने को पुख्ता कर दिया है। इन शिकायतों को सरगुजा विकास प्राधिकरण की उपाध्यक्ष एवं पत्थलगांव विधायक गोमती साय ने काफी गंभीरता से लिया है। उन्होंने उच्च अधिकारियों को पत्र लिखकर ऐसे मामलों की सुक्ष्म जांच कर दोषी सरपंच के विरुद्ध भी दंडात्मक कार्यवाही करने के निर्देश दिए हैं।