MP Elephants Died : मध्यप्रदेश की सियासत में इस समस सबसे बड़ी बहस है कि आखिर बांधवगढ़ में 10 हाथियों की मौत कैसे हुई? इसको लेकर राजनैतिक दल मोहन सरकार पर कई आरोप लगा रहे है। इसी बीच हाथियों की मौत को लेकर एक बड़ा खुलासा हुआ है। मामले की जांच कर रहे अधिकारियों के अनुसार हाथियों की मौत जहर खाने से नहीं हुई थी। हाथियों की विसरा रिपोर्ट के अनुसार हाथियों के शरीर से ‘न्यूरोटॉक्सिन साइक्लोपियाजोनिक एसिड' मिला है। जिससे साफ होता है कि हाथियों को जहर देकर नहीं मारा गया है।
मोहन सरकार द्वारा बनाई गई जांच कमेटी के अनुसार हाथियों की विसरा रिपोर्ट से मालूम हुआ है कि हाथियों ने कोदो के पौधे अधिक मात्रा में खाए थे, जिसके चलते उनके शरीर में विषाक्तता आ गई और उनकी मौत हो गई। बरेली अनुसंधान केन्द्र से प्राप्त विसरा रिपोर्ट में साफ है कि हाथियों के शरीर में कोई धातु, नाइट्रेट-नाइट्राइट, ऑर्गेनोफॉस्फेट, ऑर्गनोक्लोरीन, पाइरेथ्रोइड कीटनाशकों जैसे कोई अंश नहीं मिले है। हाथियों को जहर नही दिया गया है।
आपको बता दें कि बांधवगढ़ बाघ अभयारण्य में बीते दिनों 04 हाथियों की मौत हो गई थी। हाथियों के शव पाए जाने के बाद प्रदेश में हड़कंप मच गया था। इसके बाद मृत हाथियों की संख्या बढ़ने लगी और कुल 10 हाथियों की मौत हो गई थी। जिसके बाद मोहन सरकार ने एक दल बनाकर मामले की जांच करने के आदेश दिए थे। वही पीएमओ ने भी हाथियों के मौत को लेकर प्रदेश सरकार से सवाल किया था।