भोपाल। राजधानी के हाकर्स कॉर्नर में गंदगी के बीच मोमोज, नूडल्स, चिकन चिल्ली और पास्ता बनाया जा रहा है, जिससे आम लोगों की सेहत को खतरा हो सकता है। बुधवार को खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम ने शाहपुरा चौपाटी स्थित आउटलेट तंदूर और आयुष भीना मोमोस की जांच की तो यहां गंदगी में मोमोज बनाए जा रहे थे। इसी तरह प्रगति पेट्रोल पंप स्थित हॉर्कर्स कॉर्नर में मोहित वेज एंड नॉन वेज फास्ट फूड और मां दुर्गा टी स्टॉल में गंदगी मिलने पर केस दर्ज किया गया है। जांच में मां दुर्गा टी स्टॉल में बिना फूड लाइसेंस के चलाया जा रहा था।
केम्पियन स्कूल के पास शाहपुरा स्थित चौपाटी और प्रगति पेट्रोल पंप के पास स्थित हॉर्कर्स कॉर्नर का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान सभी हॉकर्स को साफ-सफाई का ध्यान रखने की नसीहत दी गई। मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी देवेंद्र दुबे ने बताया कि चारों संस्थानों के संचालकों पर केस दर्ज कर एडीएम कोर्ट में पेश किया जाएगा।
अमले ने गजक-लुड्डू के लिए सैंपल
सर्दी के मौसम में बेची जा रही तिल और गुड़ से बनी गजक, लड्डू की जांच करने टीम ने चिकलोद रोड स्थित जम-जम गजक, रहबर गजक, अशोका गार्डन स्थित मुरैना गजक भंडार और श्रीबालाजी गजक भंडार पहुंची, जहां से तिल और गुड़ से बने गजक और लड्डुओं के सैंपल लिए गए।
150 कारोबारियों को सिखाए हाईजीन के तरीके
गुरुवार को खाद्य सुरक्षा विभाग ने रेलवे स्टेशन स्थित एक निजी होटल में श्हर के सौ से अधिक रेस्टॉरेंट कारोबारी और पचास अन्य लोगों को खाद्य पदार्थ हाईजीन तरीके से बनाने की ट्रेनिंग दी। इस मौके पर फूड बनाने वालों ने सवाल जवाब भी किए। जिसका मास्टर्स ट्रेनर्स ने जवाब दिए।