भोपाल। गांधी मेडिकल कालेज (GMC) में पिछले कुछ दिनों से चल रही कर्मचारियों की हड़ताल को लेकर सरकार ने समाधान निकाला है। कर्मचारियों की मांग को देखते हुए सरकार ने जीएमसी को ढाई करोड़ रुपये की राशि जारी की है। इस राशि से कर्मचारियों का बकाया वेतन दिया जाएगा और भविष्य में भी समय पर वेतन मिलता रहेगा। जीएमसी की डीन डाॅ. कविता एन सिंह ने कहा कि हमने कर्मचारियों की सैलरी को सरकारी बजट से जोड़ने के लिए सरकार से अनुरोध किया था, जिसके बाद सरकार ने ढाई करोड़ रुपए भी दे दिए हैं।मैंने चेक भी साइन कर दिया है। जल्द ही कर्मचारियों को वेतन का भुगतान दिया जाएगा। साथ कर्मचारियों को हर माह सही समय पर भुगतान किया जाएगा।
सरकारी बजट से मिले वेतन
दरअसल कर्मचारी चाहते थे कि उनकी सैलरी को सरकारी बजट से जोड़ा जाए ताकि उन्हें समय पर वेतन मिल सके। कर्मचारियों की हड़ताल के कारण ओपीडी, आपरेशन और अन्य चिकित्सा सेवाएं प्रभावित हो रही थीं, जिससे मरीजों को काफी परेशानी हो रही थी।
क्या था मामला?
जीएमसी एक स्वायत्त संस्थान है और इसका अपना बजट होता है। यह बजट मुख्य रूप से मेडिकल छात्रों की फीस, ओपीडी शुल्क और अन्य आय से आता है। हालांकि इस बजट का एक बड़ा हिस्सा कर्मचारियों के वेतन पर खर्च हो रहा था, जिसके कारण बजट में गड़बड़ी हो गई थी और कर्मचारियों को समय पर वेतन नहीं मिल पा रहा था।