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MP Politics : दिग्विजय ​ने बता दिया कितने पावरफुल है महाराज सिंधिया! 

MP Politics : दिग्विजय ​ने बता दिया कितने पावरफुल है महाराज सिंधिया! 

MP Politics : भोपाल में परिवहन विभाग के पूर्व आरक्षक के पास से  52 किलो सोना और 11 करोड़ कैश का मामला थमने का नाम नही ले रहा है। मामले के करीब चार दिन बाद प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह की एट्री हुई। उन्होने सौरभ शर्मा समेत चार अन्य परिवहन विभाग के अधिकारियों के नाम लेकर आरोप लगाया कि ये चारों वसूली गैंग है, जो परिवहन विभाग में वसूली करती थी। 

अब दिग्गी के निशाने पर परिवहन विभाग और मध्यप्रदेश सरकार के मंत्री गोविंद सिंह राजपूत के बहाने महाराज है। दिग्गी का सीधा आरोप है, कि सिंधिया के दबाब में कमलनाथ सरकार में गोविंद सिंह राजपूत को परिवहन मंत्री बनाया गया था। हलांकि उनका सीधा निशाना गोविंद सिंह राजपूत पर था। 

हितेष वाजपेयी का धांसू निशाना

दिग्विजय सिंह के बयान के बाद बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता हितेष वाजपेयी ने सवाल उठाते हुए दिग्विजय सिंह से पूछा है कि क्या आप बताएंगे की आपके कार्यकाल में सेंधवा सहित तमाम नाकों पर सीएम के तौर पर आप जो नोटशीट लिखते थे, उसमें 5 करोड़ रूपये की अवैध वसूली होती थी वो क्या था। हितेष वाजपेयी ने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा है कि क्या दिग्विजय सिंह आज खुलासा करेंगे कि सेंधवा बॉर्डर सहित सभी नाकों पर परिवहन आरक्षक पोस्टिंग की हर नोटशीट पर वे बतौर मुख्यमंत्री क्या 5 करोड़ रुपये नहीं लेते थे? वो ही मोटा माल अब 7 पीढ़ियों तक क्या लालन पालन नहीं करेगा? क्या ये आपके मुख्यमंत्री रहते समय का घोषित सत्य नहीं है? यदि आप वाकई एक इमानदार नेता हैं तो आज जरूर बताइए!

कितने पावरफुल है महाराज?

दरसअल, मंत्री गोविंद सिंह राजपूत को ज्योतिरादित्य सिंधिया का कट्टर समर्थक माना जाता है। प्रदेश में जब कमलनाथ की सरकार थी तब गोविंद सिंह को परिवहन विभाग का मंत्री बनाया गया था। हालांकि कमलनाथ सरकार 15 महीने ही चली, क्योंकि ज्योतिरादित्य सिंधिया  अपने 28 विधायकों लेकर बीजेपी में शामिल हो गए थे। गोविंद सिंह राजपूत इन्हीं विधायकों में से एक थे। इसके बाद प्रदेश में जब शिवराज सरकार बनी तो महाराज सिंधिया की चली, उनके समर्थक गोविंद सिंह को फिर से परिवहन मंत्रायल सौंपकर मंत्री बनाया गया। इसके बाद मोहन सरकार में भी सिंधिया का दबदवा रहा और गोविंद सिंह राजपूत को तीसरी बार सरकार में मंत्री पद दिलवा दिया। 

दिग्विजय सिंह के बयान के बाद क्या अब ये माना जाए की सरकार किसी की भी हो, महाराज सिंधिया हर सरकार में पावरफुल है। राजनीतिक पंडितों का भी यही मानना है कि दिग्विजय सिंह भले ही ईमानदारी की बात कर रहे है, लेकिन उनका ईशारा सिंधिया और गोविंद सिंह राजपूत तो हैं ही, लेकिन वे सीधे तौर पर यह भी बता रहे है कि सिंधिया कहीं भी रहे जलवा उन्ही का रहता है। 


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