दिग्विजय सिंह : मध्यप्रदेश में लोकसभा के चुनाव का मतदान पूरा हो चुका है। प्रदेश की सबसे हॉट सीट राजगढ़ लोकसभा पर 7 मई को मतदान हुआ था। मतदान के बाद राजगढ़ प्रत्याशी और कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने गड़बड़ी की आशंका जताई थी। वह लगातार स्ट्रांग रुम की मॉनिटरिंग कर रहे है। इसके बाद अब दिग्विजय गड़बड़ी की आशंका को लेकर सुप्रीम कोर्ट पहुंच गए है।
सुरक्षित नहीं ईवीएम
सुप्रीम कोर्ट जाने से पहले दिग्विजय सिंह का कहना है कि गुना में SLU स्ट्रांग रूम में सुरक्षित रखी हुई है लेकिन राजगढ़ में नहीं। उनका कहना है कि राजगढ़ प्रशासन SLU को वापस आयोग को सौंपे। 01 मई को चुनाव आयोग ने सर्कुलर जारी कर सभी राज्यों को निर्देश दिए थे। आयोग के द्वारा जारी किए गए निर्देश में कहा गया था SLU को चुनाव याचिकाओं के मद्देनजर 45 दिनों तक स्ट्रांग रूम में सुरक्षित रखा जाए।
दिग्गी ने किया था निरीक्षण
दिग्विजय सिंह ने 13 मई को गुना में EVM मशीनों की पहरेदारी के लिए अचानक स्ट्रांग रूम का निरीक्षण किया था। वे अपनी पत्नी अमृता राय और गुना लोकसभा सीट से प्रत्याशी यादवेन्द्र सिंह के साथ पहुंचे थे। दिग्विजय सिंह ने राघोगढ़,चाचौड़ा, गुना,बमोरी के स्ट्रांग रूम का बारीकी से अवलोकन किया था और कैमरें में गलत तारीख दिखने पर अपनी नाराजगी जताई थी।
यह मेरा आखिरी चुनाव
आपको बता दें कि लोकसभा के मतदान पहले दिग्विजय सिंह ने मतदाताओं से अपील करते हुए कहा था कि यह उनका आखिरी चुनाव है। वे इसके बाद चुनाव नहीं लड़ेंगे। हालांकि, राजनीति में सक्रिय रहेंगे और लोगों की समस्याओं को हल करने के लिए काम करते रहेंगे।