होम
देश
दुनिया
राज्य
खेल
बिजनेस
मनोरंजन
सेहत
जरा हटके
जॉब अलर्ट
अध्यात्म

 

DHANTERAS 2022 : CM भूपेश बघेल पहुंचे राजधानी के सबसे पुराने बाजार, कुम्हारों से ख़रीदे मिट्टी के दीये

DHANTERAS 2022 : CM भूपेश बघेल पहुंचे राजधानी के सबसे पुराने बाजार, कुम्हारों से ख़रीदे मिट्टी के दीये

RAIPUR : राजधानी RAIPUR में स्थानीय दुकानदारो से खरीदी करने पहुंचे CM भूपेश बघेल इस दौरान बाजार में रौनक देखने को मिली।इस दौरान छत्तीसगढ़ के CM के चेहरे पर भी मुस्कान देखने को मिली, और उन्होंने कहा पिछले 2 सालो से कोरोना महामारी के बाद से बाजार प्रभावित था और इस बार बाजारों में भरपूर रौनक देखने को मिल रही हैं।

यह भी पढ़ें : आज भारत और पाकिस्तान के बीच खेला जायेगा टी-20 वर्ल्ड कप, मेलबर्न के ग्रांउड में दोपहर 1.30 बजे खेलने उतरेंगी टीमें

शासन की अनेक योजनाओ के चलते ग्रामीण, मजदुर, और कर्मचारियों की जेब में पैसे हैं और अब यह पैसा बाजारों तक पहुच रहा हैं।मुख्यमंत्री बघेल के चेहरे पर पर ख़ुशी देखने को मिली उन्होंने कहा ‘त्यौहार का अवसर है और ऐसे में मै भी अपने परिवार वालो के लिए खरीदी करने पंहुचा हु”।मुख्यमंत्री बघेल ने स्थानीय गोल बाजार से मिटटी के दिये, मटका, रुई, मौली धागा, समेत स्थानीय स्तर पर ग्रामीण उत्पादों को खरीददारी की हैं। साथ हि लोगो को भी ग्रामीण उत्पादों को खरीदने का सुझाव दिया हैं।

यह भी पढ़ें : दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट ने बढाई जैकलीन फर्नांडीज की अंतरिम जमानत

इस दौरान मुख्यमंत्री के साथ छत्तीसगढ़ गृह निर्माण मंडल के अध्यक्ष कुलदीप जुनेजा, संसदीय सचिव श्री विकाश उपाध्याय, नगर निगम रायपुर के महापौर एजाज ढेबर और रायपुर के कलेक्टर सर्वेश्वर भी शामिल रहे। खरीददारी के दौरान कई दुकानदार सीएम से पैसे नहीं लेना चाहते थे। मुख्यमंत्री ने भी साफ कह दिया कि वे बिना रुपए दिए कोई सामान नहीं खरीदेंगे। एक दुकानदार प्रमीन बाई ने कहा, आप प्रदेश के खेवैया हैं, पालनहार हैं हम आपसे कैसे पैसे ले सकते हैं। पर सीएम ने सभी वस्तुओं का मोल चुकाया। हालांकि उन्होंने मजाकिया अंदाज में कहा कि ज्यादा रेट तो नहीं लगा रहे हो ना। ज्यादा पैसे मत लेना।

यह भी पढ़ें:पुरानी पेंशन योजना के तहत कटौती के लिए वित्त विभाग ने दिए निर्देश

व्यापारी राशिद इकबाल बबलेश और असीमुद्दीन पप्पू ने मुख्यमंत्री को पीतल का दीया भेंट किया। वे करीब चालीस मिनट तक गोल बाजार में रहे। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक परंपरा के अनुरूप धनतेरस पर अपने निवास के दरवाजे पर धान की झालर बांधने की रस्म पूरी की। जब नयी फसल पककर तैयार हो जाती है, तब ग्रामीण धान की नर्म बालियों से कलात्मक झालर तैयार करते हैं।

यह भी पढ़ें : एक बार फिर इंसानियत हुई शर्मसार, मनेन्द्रगढ़ में कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर को बंधक बनाकर दरिंदो ने किया दुष्कर्म


संबंधित समाचार