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BHOPAL NEWS: RTO के पूर्व कॉन्सटेबल के घर छापेमारी में मिले सोने, चांदी के साथ करोड़ों रूपए, लोकायुक्त ने किया खुलासा, 4 दिन से कार्रवाई जारी

BHOPAL NEWS: RTO के पूर्व कॉन्सटेबल के घर छापेमारी में मिले सोने, चांदी के साथ करोड़ों रूपए, लोकायुक्त ने किया खुलासा, 4 दिन से कार्रवाई जारी

भोपाल : मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में बीते कुछ दिन पहले लोकायुक्त और इनकम टैक्स ने कई बड़े कारोबारियों के घर छापेमार कार्रवाई की थी। चार दिन से जारी इस कार्रवाई में लोकायुक्त ने पूर्व ट्रांसपोर्ट कॉन्स्टेबल सौरभ शर्मा के घर के साथ विभिन ठिकानों में रैड के दौरान 3 करोड़ से ज्यादा का कैश और सोने चांदी के साथ बेशुमार सम्पति के कागज और साबुत मिले है। इतना ही नहीं लोकायुक्त ने सौरव के दोस्त चेतन के घर से भी छापेमार कार्रवाई के दौरान 3 करोड़ से ज्यादा का केश और सोने, चांदी के जेवरात बरामद किए। जिसकी कीमत करोड़ों में है। हालांकि इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने दोनों के घर से मिले चीज़ों की विस्तार से जानकारी दी है। साथ ही मामले में कई और बड़े चौकाने वाले खुलासे होने की संभावना जताई है। 

सौरव की सम्पति देख लोकायुक्त और इनकम टैक्स भी हैरान 

बता दें कि लोकयुक्त ने RTO के पूर्व कॉन्सटेबल के घर गुरुवार को रेड डाली थी। इस दौरान सौरव शर्मा की सम्पति को देखकर  लोकायुक्त और इनकम टैक्स हैरान रह गई। अधिकारियों ने भी नहीं सोचा था कि इतनी संपत्ति सौरभ शर्मा के पास मिलेगी। सौरभ ने केवल सात साल तक नौकरी की थी। ऐसे में इतनी संपत्ति मिलना बड़ी बात है। सौरभ शर्मा के ठिकानों से लोकायुक्त की टीम को 2.85 करोड़ रुपये नकद, 234 किलो चांदी, लाखों रुपये के सोने-हीरे के जेवर, 4 एसयूवी, कई प्रॉपर्टी के दस्तावेज मिले हैं। छापेमारी में 8.50 करोड़ रुपये से ज्यादा कैश बरामद हो चुका है।

सौरव ने परिवहन विभाग में सात साल काम किया

सौरभ शर्मा मूल रूप से मध्य प्रदेश के ग्वालियर का रहने वाला है। जिसका सीहोर, ग्वालियर समेत कई जिलों में कारोबार होने के प्रमाण पत्र मिले हैं...सौरभ शर्मा को नौकरी उसके पिता के स्थान पर मिली थी। सौरभ के पिता स्वास्थ्य विभाग में तैनात थे उनकी मौत के बाद उसे अनुकंपा नियुक्ति मिली। उसने परिवहन विभाग में सात साल काम किया। 2023 में उसने नौकरी से इस्तीफा दे दिया था। 

दलाली और पोस्टिंग का काम करवाता था सौरभ

कहा जाता है कि 2016 से लेकर 2023 तक परिवहन विभाग में उसका सिक्का चलता था। वह अकेले 23 चेकपोस्ट के कलेक्शन का काम देखता था। अधिकारी से लेकर नेताओं सब तक उसकी पहुंच थी....सौरभ शर्मा परिवहन विभाग में दलाली और पोस्टिंग में सेंटिग करवाता था। धीरे-धीरे विभाग में उसका रसूख बढ़ता गया। उसने नाका तैनाकी में ट्रांसफर और पोस्टिंग के खेल को अंजाम दिया। इसके जरिए उसने करोड़ों की काली कमाई की और उसे रियल एस्टेट में निवेश करने लगा। बताया जा रहा है कि जिस वक्त सौरव के घर पर रैड पड़ी उस वक्त वे पत्नी के साथ दुबई में थे। सौरभ शर्मा परिवहन विभाग में नौकरी करने से पहले ग्वालियर के सिटी सेंटर में डिस्को क्लब चलाता था। 

जिसकी डिटेल इस प्रकार है

चेतन का मकान E -7/657 पर मिला सामान 

1.घर का सामान कीमत -30,00,000/

2.नगद -1,72,00,000

3.चांदी 234kg कीमत -2,10,00,000/

कुल :4,12,00,000/

सौरभ शर्मा के मकान E -7/78 की सर्च पर मिले सामान :

1.वाहन और घर के सामान की कुल कीमत -2,21,00,000/

2. सोना व हीरा के आभूषण -50,00,000/

3. नगद -1,15,00,000
कुल कीमत : 3,86,00,000/

दोनों जगह अभी तक मिले सामान, आभूषण, चांदी व नगदी कुल राशि :
7,98,00,000


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