controversial statement : छत्तीसगढ़ के आबकारी मंत्री कवासी लखमा आए दिन अपने विवादस्पद बयानों के कारन चर्चा में रहते है। ऐसे में राजधानी रायपुर के दौरे के दौरान मिडिया से बातचीत करते हुए विवादित बयान दिया है कवासी लखमा ने कहा कि आदिवासी हिंदू से अलग है।
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आदिवासियों में यदि शादी होती है तो वे गाँव के पुजारियों से शादी करवाते है नाकि पंडितो से आदिवासी ही देश के मूल निवासी हैं। इसलिए हम हिंदू से अलग है। हम हिंदुस्तान के रहने वाले मूल आदिवासी हैं। आदिवासियों का खान-पान, वेषभूषा अलग है। लखमा ने कहा कि आदिवासियों का कोड, नियमावली अलग होना चाहिए। हम जंगल में रहते हैं। हम पूजा-पाठ करते हैं। हिंदुओं का तरीका अलग होता है। हिंदू, बौद्ध आदि धर्म से यह सब बाहर से आए हैं।
कवासी लखमा ने दिए है विवादस्पद बयान
1. जादू की छड़ी नहीं नक्सलवाद की समस्या
नवंबर 2022 को धमतरी में एक कार्यक्रम के दौरान कवासी लखमा ने नक्सली समस्या पर कहा था कि हमारे पास कोई जादू की छड़ी नहीं कि एक झटके में नक्सली समस्या का अंत हो जाए।
2. 1 दिन पैदा नहीं होता है बच्चा
बीते वर्ष बस्तर में बैंकिंग सुविधाओं को लेकर मीडिया से बातचीत के दौरान कवासी लखमा ने कहा था कि बच्चा एक दिन में तो पैदा नहीं होता ना, फिर एक दिन में बैकिंग सुविधा कैसे मिल सकती है?
3. ताकत बढती है शराब पिने से
अमरकंटक तीर्थ यात्रा से बस्तर लौटने के बाद आबकारी मंत्री ने कहा था कि छत्तीसगढ़ मेहनतकश मजदूरों और किसानों का प्रदेश है। मेहनत करने वालों को शराब की जरूरत पड़ती है। शराब पीने से ताकत बढ़ने का दावा भी उन्होंने किया।
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