रावत-सप्रे इस्तीफा : मध्यप्रदेश विधानसभा में आज मोहन सरकार अपना पहला बजट पेश कर रही है। बजट काफी हंगामेदार रहा। सदन में वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा बजट पढते रहे वही कांग्रेस विधायक नर्सिंग घोटाले को लेकर मंत्री सारंग के इस्तीफे की मांग करते रहे। सदन में कांग्रेस विधायक नारेबाजी करते दिखाई दिए, तो वही कांग्रेस से भाजपा में आए विजयपुर विधायक राम निवास रावत और बीना विधायक निर्मला सप्रे गायब दिखाई दिए।
विधानसभा में पहली पंक्ति में बैठने वाले विधायक रामनिवास रावत की कुर्सी खाली दिखाई दी। तो वही पीछे की पंक्ति में बैठने वाली निर्मला सप्रे की सीट भी खाली रही। दोनों के विधानसभा बजट सत्र के बीच अचानक गायब होना कई सवालों को जन्म देने लगा है। हालांकि सत्र के पहले दिन कांग्रेस से भाजपा में आए रामनिवास रावत की जगह पर कांग्रेस विधायक लखन घनघोरिया बैठे नजर आए। वही बीना सीट से कांग्रेस विधायक निर्मला सप्रे की जगह बदलकर उन्हें 208 नंबर सीट पर बैठी नजर आई थी। कांग्रेस की मांग के बाद राम निवास रावत की जगह पर लखन घनघोरिया को दी गई। राम निवास रावत को 120 नंबर सीट पर बैठे नजर आए। वही निर्मला सप्रे को 208 नंबर सीट आवंटित की गई। यह सीट गिरीश गौतम के बगल वाली सीट है।
इस्तीफा की तैयारी में रावत-सप्रे?
दोनों विधायकों के विधानसभा नही पहुंचने को लेकर असमंजस की स्थिति बनी हुई है। दरसअल, लोकसभा चुनाव के दौरान दोनों विधायकों ने पाला बदल लिया था। दोनों विधायक बीजेपी में शामिल हो गए थे। हालांकि, दोनों ने विधानसभा से इस्तीफा नहीं दिया है। उम्मीद थी की मानसून सत्र के दूसरे दिन दोनों विधायक रामनिवास रावत और निर्मला सप्रे विधानसभा पहुंचेगे, लेकिन दानों विधायक सत्र के पहले दिन और दूसरे दिन भी गायब रहे।
इसी को लेकर राजनैतिक गलियारों में चर्चा है कि विधानसभा में दोंनो की बैठक व्यवस्था को बदल दिया गया है। वही कांग्रेस दोनों के इस्तीफे की मांग कर रही है। माना जा रहा है कि दोनों विधायक आने वाले दिनों में अपने पद से इस्तीफा दे सकते है? चर्चा यह भी है कि दोनों विधायक बीजेपी की हरी झंडी मिलने का इंतजार कर रहे है। जैसे ही भाजपा का इशारा मिलेगा दोनों अपना इस्तीफा दे देंगे।
इसलिए विधानसभा पहुंचे विधायक
जानकारी के अनुसर बताया जा रहा है कि विधायक राम निवास रावत श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन कर रहे है। उनकी द्वारा आयोजित की जा रही कथा 15 जुलाई तक चलेगी जिसके चलते वे विधानसभा में जा रहे है। इस्तीफे को लेकर उनका कहना है कि जब समय आएगा इस्तीफा दे देंगे। वहीं बीना विधायक निर्मला सप्रे का क्षेत्रीय कार्यक्रमों की व्यस्तता के चलते विधानसभा नहीं पहुंच पा रही है।