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पहलाजानी टेस्ट ट्यूब बेबी सेंटर मामले पर CMHO ने जांच दल का किया गठन, जानें क्या था मामला 

पहलाजानी टेस्ट ट्यूब बेबी सेंटर मामले पर CMHO ने जांच दल का किया गठन, जानें क्या था मामला 

रायपुर। inh 24x7 /हरिभूमि की खबर का बड़ा असर देखने को मिला है। राजधानी रायपुर के शंकरनगर स्थित पहलाजानी टेस्ट ट्यूब बेबी सेंटर पर छह महीने पहले पैदा हुए बच्ची के पिता ने बड़ा आरोप लगाते हुए नवजातों की अदला बदली और डीएनए बच्ची से मैच ही नहीं करने की बात कही थी। अब inh 24x7 /हरिभूमि में खबर चलाने के बाद प्रशासन हरकत में आया और CMHO  मिथलेश चौधरी ने अब मामले की जांच के लिए जांच दल का गठन किया है। आपको बता दें कि जांच समिति में 6 सदस्यों को शामिल किया गया है ,जाँच कमेटी इसकी रिपोर्ट15 दिनों में सौपेंगी।
 

 

दरअसल राजधानी रायपुर के शंकरनगर स्थित पहलाजानी टेस्ट ट्यूब बेबी सेंटर पर छह महीने पहले पैदा हुए बच्ची के पिता ने बड़ा आरोप लगाया है। बच्ची के पिता का आरोप है कि उसका डीएनए बच्ची से मैच ही नहीं करता। ऐसे में अब बच्ची के भविष्य को लेकर गंभीर सवाल खड़ा हो गया है। पिता का आरोप है कि जिस अस्पताल में डिलीवरी हुई वहां उन्हें दो जुड़वा बच्चे लड़का और लड़की पैदा हुए लेकिन उन्हें दो बच्ची थमा दिया गया। बच्ची के पिता को शक होने पर उन्होंने एक निजी लैब से डीएनए टेस्ट कराया। लेकिन तीन बार चेक कराने के बाद भी डीएनए मैच नहीं हुआ। इसके बाद बच्ची के पिता ने थाने में शिकायत की लेकिन तीन महीने में जांच आगे नहीं बढ़ी। इस मामले को गंभीरता से लेते हुए inh न्यूज़ ने प्रमुखता के साथ दिखाया था।  जिसमें बच्चों के पिता भी हमारे साथ मौजूद रहे हमारे द्वारा खबर दिखने के बाद अब CMHO ने छह सदस्यी जाँच कमेटी बनाई है।  


खम्हारडीह में तीन महीने पहले कर दी गई है शिकायत:
रायपुर के थाना खम्हारडीह में इसकी शिकायत तीन महीने पहले की गई थी। थाना प्रभारी का कहना है कि जहां जांच चल रही है। वहीं इस मामले में टेस्ट ट्यूब बेबी सेंटर का कहना है कि हमने कुछ भी गलत नहीं किया है। इन सबके बीच एक बच्ची के भविष्य को लेकर गंभीर सवाल खड़ा हो गया है। उसका भविष्य क्या होगा।

बच्ची के भविष्य पर सवाल :
इस मामले में सबसे संवेदनशील पहलू बच्ची के भविष्य से जुड़ा है। पिता को डीएनए जांच में पता चला है कि बेटी उसकी नहीं है। वहीं अस्पताल प्रबंधन कुछ भी गलत नहीं बता रहा। थाने में शिकायत के तीन महीने बाद भी अब तक कुछ ठोस कदम नहीं उठाया गया है। ऐसे में बच्ची के भविष्य को लेकर सवाल खड़ा हो गया है। शासन या प्रशासन स्तर पर इस पर तथ्य परक निर्णय होना चाहिए। ताकि बच्ची को लेकर किसी तरह का संदेह नहीं रहे।

हमने कुछ गलत नहीं किया 
डॉ.नीरज पहलाजानी ने बताया कि, बच्चा बदलने के मामले में लगाए गए गंभीर आरोप के मामले में पहलाजानी टेस्ट ट्यूब बेबी एवं आईवीएफ सेंटर की स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. नीरज पहलाजानी ने इस आरोप से इंकार किया है। उन्होंने कहा कि संस्थान में ऐसा कुछ भी नहीं हुआ है। हमने कुछ गलत नहीं किया है। डीएनए रिपोर्ट पर भी उन्होंने कुछ कहने से इनकार किया है।


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