CM Mohan Yadav : राजधानी भोपाल के शासकीय पंडित खुशीलाल शर्मा आयुर्वेदिक संस्थान में सोमवार से तीन दिवसीय आयुर्वेद पर्व चलेगा। अखिल भारतीय आयुर्वेद महासम्मेलन की सहभागिता से हो रहे इस आयोजन का शुभारंभ मुख्यमंत्री मोहन यादव ने किया। इस दौरान सीएम मोहन यादव ने शिक्षा मंत्री से सीएम बनने का राज भी बताया।
कैसे शिक्षा मंत्री से बने सीएम
सीएम मोहन ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि लोग कहते हैं कि आयुर्वेद की दवाई देर से असर करती है लेकिन मुझे आयुर्वेद की दवाई ने तेज़ी से असर किया, मैं शिक्षा मंत्री से मुख्यमंत्री बन गया। आयुर्वेद हजारों साल पुरानी परंपरा है। हमारे प्रधानमंत्री तो इसके ब्रांड एंबेसडर हैं। हमारे काढ़े को डॉक्टर मांगकर पीते थे। भारत के आयुर्वेद का कोई तोड़ नहीं है। सीएम मोहन ने आगे कहा कि अगर आपको अपने शरीर से तालमेल बैठाना है तो आयुर्वेद आपकी मदद करेगा। यह मेरी गारंटी है।
खुलेंगे 11 नए आयुर्वेदिक कॉलेज?
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीएम मोहन ने आगे कहा की हमारी सरकार फिर से बनेगी तो हम 11 नए आयुर्वेदिक कॉलेज खोलेंगे। यह हमने संकल्प लिया है। प्रदेश में 55 जिले हैं, 56 मेडिकल कॉलेज हैं। अब 11 और जोड़ने से यह संख्या 67 हो जाएगी।
पहले भारत को समझे..
कार्यक्रम के दौरान मोहन सरकार के कैबिनेट मंत्री इंदर सिंह परमार ने कहा कि अगर आयुर्वेद को समझना है, तो पहले भारत को समझना होगा। मंत्री परमान ने आगे बताया कि इस महाविद्यालय का हमने पतंजलि एम्स, भोपाल और मैनिट के साथ शोध का कार्य शुरू किया है। इस महाविद्यालय में ई-लाइब्रेरी बनाने का काम भी शुरू किया गया है।