भोपाल। की सेंट्रल जेल में बंद आईएसआईएस के आतंकी पर एक खूंखार कैदी ने हमला कर दिया। मंगलवार सुबह जिस कैदी ने हथकड़ी से हमला किया वह जेल में दो मर्डर कर चुका है। जेल ब्रेक के 8 साल बाद दीवाली के अवसर पर फिर से जेल प्रबंधन की बड़ी लापरवाही सामने आई। प्रबंधन की ओर से गांधी नगर थाने में एफआईआर दर्ज कराई गई है।
करीब 8 साल पहले दीवाली के दिन सिमी के आतंकी जेल ब्रेक कर फरार हुए थे। इस बार जेल के अंदर ही राजेश नाम के खूंखार कैदी का आईएसआईएस आतंकी शाहिद से विवाद हो गया। विवाद में उसने शाहिद से सिर पर हथकड़ी से वार किया, जिससे वह घायल हो गया। एनआईए ने आतंकी शाहिद को 2023 में जबलपुर से गिरफ्तार किया था। इस मामले में बड़ी बात यह है कि हमलावर कैदी राजेश पहले भी जेल के अंदर ही दो हत्याएं कर चुका है।
जेल प्रबंधन सूत्रों की मानें तो राजेश और शाहिद दोनों को मेंटल वार्ड में जंजीरों से बांधकर रखा जाता था। दोनों ही खूंखार हैं, प्रबंधन की यह लापरवाही भारी पड़ सकती थी। यदि मौका मिलता तो कोई भी बड़ी घटना को फिर से अंजाम दिया जा सकता था। इस मामले में जेल प्रशासन में हड़कंप मच गया है। आला अधिकारियों का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है।
घायल आतंकी को बिना सुरक्षा के ले गए अस्पताल
जेल में हमले की घटना में लापरवाही तो हुई ही इसके बाद एक और बड़ी लापरवाही देखने को मिली, जहां जेल प्रशासन बिना कड़ी सुरक्षा के आतंकी शाहिद को इलाज के लिए हमीदिया अस्पताल लेकर पहुंचा। जबकि यह मामला आला अधिकारियों की जानकारी में था। प्रबंधन को घायल आतंकी को इलाज कराने को लेकर बेहद सतर्कता बरतनी थी, जो नहीं बरती गई।
अधिकारियों ने जेल ब्रेक की घटना से नहीं लिया सबक
8 साल पूर्व दीपावली के दिन भोपाल सेंट्रल जेल से 8 सिमी आंतकी भाग निकले थे। इस दौरान उन्होने एक हैड कांस्टेबल की हत्या कर दी थी। मामले के बाद पूरे प्रदेश में हड़कंप मच गया। इसके बाद भोपाल के नजदीक ईंटखेड़ी गांव के पास एसटीएफ और पुलिस के ज्वाइंट आपरेशन चलाकर आरोपियों का एनकाउंटर कर दिया। इस तरह से देखा जाए तो जेल प्रबंधन ने जेल ब्रेक की घटना से सबक नहीं लिया।