भोपाल : मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में फर्जी कॉल सेंटर संचालित और रिश्वत कांड को लेकर पुलिस ने ऐशबाग टीआई समेत 4 पुलिसकर्मी के खिलाफ मामला दर्ज कर सभी को निलंबित कर दिया है। इसके साथ ही आरोपियों को बचाने पहुंचे बीजेपी पार्षद अंशुल जैन के खिलाफ भी केस दर्ज किया गया है। बताया जा रहा है कि बीजेपी पार्षद अंशुल जैन पुलिसकर्मी पवन रघुवंशी को 5 लाख की रिश्वत देने के लिए पहुंचे थे। इधर, ऐशबाग पुलिस ने मामले की बारीकी से जांच कर रही है। जल्द ही मामले में बड़ा खुलासा हो सकता है।
ऐशबाग थाना क्षेत्र का मामला
बता दें कि राजधानी भोपाल के ऐशबाग थाना क्षेत्र में फर्जी कॉल सेंटर संचालित हो रहा था। जिसका संचालक मोईन खान जो की टीकमगढ़ का रहने वाला है। उसे बचाने के लिए टीआई जितेंद्र गढ़वाल, पवन रघुवंशी और प्रधान आरक्षक धर्मेंद्र ने आरोपी के रिश्तेदार अफजल खान से 25 लाख रुपए की मांग की थी। ऐसे में जब अफजल खान का दोस्त बीजेपी पार्षद अंशुल जैन पैसे लेकर भोपाल पहुंचा तो पुलिस ने उसे रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया।
15 लाख में डील हुई थी तय
बताया जा रहा है कि बीजेपी पार्षद अंशुल जैन, पवन रघुवंशी को 5 लाख की रिश्वत देने पहुंचा था। रिश्वत देते हुए अंशुल जैन को पुलिस ने रंगे हाथों गिरफ्तार किया। आरोपियों को बचाने के लिए 15 लाख में डील तय की गई थी। पुलिस की जांच में पता चला कि कॉल सेंटर संचालक अफजल खान के मोबाइल नंबर और बैंक खाते का उपयोग महाराष्ट्र में की गई साइबर ठगी में किया गया है। इस पर पुलिस ने कॉल सेंटर में दबिश दी और अफजल के बेटे को पकड़ा पर बाद में छोड़ दिया।
तीन लड़कियों ने दर्ज कराई थी शिकायत
कॉल सेंटर में काम करने वाली तीन लड़कियों ने थाने आकर पुलिस में शिकायत की थी कि उन्हें वेतन नहीं दिया जा रहा है। इस पर ऐशबाग पुलिस ने कॉल सेंटर में जाकर पड़ताल की तो 25 सिम का एक बाक्स मिला था।
साइबर ठगी का बड़ा नाम मोईन खान
डीसीपी प्रियंका शुक्ला ने बताया कि मोईन खान टीकमगढ़ के जिले से साइबर ठगी का बड़ा खिलाड़ी है। वह प्रदेश के बाहर के साइबर ठगों खातों से लेकर सिम उपलब्ध करवाता है। उसका लिंक पूरे प्रदेश में फैला हुआ है।