भोपाल। जयपुर एक्सप्रेस ट्रेन में सफर कर रही जयपुर की एक महिला का आभूषण भरा पर्स चोरी हो गया। पर्स में करीब 8 लाख रुपए के आभूषण रखे थे। भोपाल स्टेशन पहुंचने पर महिला को चोरी होने की जानकारी हुई। जीआरपी भोपाल ने अज्ञात आरोपी के खिलाफ चोरी का प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
पुलिस के अनुसार मूलरूप से जयपुर राजस्थान निवासी लब्धी सेठिया पत्नी अभिषेक सेठीया (32) विगत 23 जुलाई को रेलवे स्टेशन अमरावती से जयपुर ट्रेन के कोच नंबर ए 2 की बर्थ क्रमांक 39 में यात्रा कर रही थीं। यात्रा के दौरान उन्होंने अपना हरे रंग का बैग पैरों की तरफ रख लिया था। रात करीब 12 बजे वह सो गई थीं। उनकी नींद भोपाल जंक्शन आने से पांच मिनट पहले खुली। उन्होंने देखा कि पैरों के पास रखा बैग खुला हुआ है। बैग में से वेलवेट कलर का पर्स चोरी हो गया था।
संभवत: जब वह सो रही थीं तभी कोई अज्ञात बदमाश बैग खोलकर पर्स चुरा ले गया। पाउचनुमा पर्स में दो सोने की अंगूठियां डायमंड लगी हुई, एक चांदी की चेन, एक चांदी की अंगूठी, एक सोने की चेन, एक सोने का कड़ा, एक डायमंड व सोने का कड़ा, एक डायमंड व सोने का पैंडेट, व एक चांदी का ब्रेसलेट रखे हुए थे। चोरी गए जेवरात की कीमत करीब 8 लाख रुपए बताई गई है। जीआरपी ने बताया कि कंट्रोल रूम की सूचना पर एएसआई सालिगराम जयपुर के कोच को अटैंड करते हुए फरियादिया लब्धी सेठीया से मिले और शून्य पर उनकी शिकायत दर्ज की। बाद में जीआरपी भोपाल ने असल में चोरी का प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
मिलेनियम ट्रेन में यात्रा कर रह व्यापारियों के सात लाख रुपए चोरी
हैदराबाद में बकरे बेचकर भोपाल लौट रहे आधा दर्जन बकरा व्यापारियों के सवा सात लाख रुपए चोरी होने का मामला सामने आया है। घटना के समय सभी व्यापारी मिलेनियम एक्सप्रेस की जनरल कोच में बैठे थे। घटना की शिकायत डीएसपी रेल को की गई थी। पुलिस के अनुसार ग्राम फुफेर थाना नटेरन जिला विदिशा निवासी निसार अली (28) बकरे की खरीद फरोख्त का व्यवसाय करते हैं। एक जुलाई को वह मिलेनियम एक्सप्रेस से वारंगल से भोपाल जनरल कोच में बैठकर आ रहे थे। उसके साथी राजा खटीक, अजय खटीक, गुलफाम अली, लखन वंशकार व रवि खटीक भी साथ थे।
सभी लोग गांव व बाजार से बकरे खरीदकर ट्रक से हैदराबाद बेचने गए थे। बकरा बेचने पर निसार अली को 89000 हजार रुपए, राजा खटीक को दो लाख 37000 हजार रुपए, गुलफाम अली को दो लाख 66 हजार रुपए, लखन वंशकार को 42 हजार रुपए व अजय खटीक को 35 हजार रुपए मिले थे। सभी साथियों के कुल 7 लाख 29 हजार रुपए पन्नी में लपेटकर एक पिट्ठू बैग में रख लिए। ट्रेन के जनरल कोच में सवार होने के बाद उन लोगों ने बैग सीट के पास कुंदे में लटका दिया।
रात 12 बजे के बाद सभी साथियों की नींद लग गई। भोपाल स्टेशन पर नींद खुलने पर सभी लोग ट्रेन से उतर गए। बैग खोलकर देखा तो रुपए नहीं थे। निसार अली ने शिकायत दर्ज कराते हुए बताया कि ट्रेन में सोते समय किसी अज्ञात बदमाश ने बैग से रुपए चोरी किए हैं। फरियादी का कहना है कि डर की वजह से रुपए चोरी होने का आवेदन थाने में नहीं दिया था। सभी साथियों ने 10 जुलाई को शिकायती आवेदन दिया था। जांच के बाद जीआरपी भोपाल ने अज्ञात बदमाशों के खिलाफ चोरी का प्रकरण दर्ज किया है।