होम
देश
दुनिया
राज्य
खेल
अध्यात्म
मनोरंजन
सेहत
जॉब अलर्ट
जरा हटके
फैशन/लाइफ स्टाइल

 

Bhopal News : निजी बस के कंडक्टर ने युवती से की छेड़छाड़ विरोध किया तो महिला यात्रियों को मारा चाकू

Bhopal News : निजी बस के कंडक्टर ने युवती से की छेड़छाड़ विरोध किया तो महिला यात्रियों को मारा चाकू

भोपाल। राजधानी की बसों में सफर करने वाली महिलाओं और युवतियां असुरक्षित है। इस तरह का एक मामला मंगलवार शाम  चेतक ब्रिज पर देखने को मिला, जब निजी बस से ब्रिज पर उतरने के दौरान एक युवती के साथ छेड़छाड़ और बुरी तरह मारपीट की घटना सामने आई। छेड़छाड़ और मारपीट करने वाला बस का कंडक्टर (हेल्पर) ही था। इस दौरान ड्राइवर और बस में मौजूद दूसरा कंडक्टर, हेल्पर का साथ देता रहा। पुलिस ने तीनों आरोपियों पर एफआईआर दर्ज कर ली है। 

पुलिस  के अनुसार, 20 वर्षीय युवती मीडियाकर्मी है। वह अशोका गार्डन इलाके में रहती है। वह मंगलवार को चिनार फार्चून सिटी से बस क्रमांक एमपी 04 पीए 2573 से बैठकर चेतक ब्रिज जा रही थी। जब बस चेतक ब्रिज पहुंची तो युवती उतरने लगी। इस दौरान बस के कंडक्टर (हेल्पर) ने उसका हाथ पकड़कर छेड़छाड़ की। आपत्तिजनक शब्द बोले। युवती ने उसका विरोध किया तो आरोपी लात-घूंसों से मारपीट करने लगा। युवती ने मदद की गुहार लगाई तो दो महिला यात्री उसे बचाने आगे आई। इस दौरान आरोपियों ने चाकू निकालकर उन पर भी हमला कर दिया। जिसमें उनके हाथों में चोट आई है। इसके बाद जब लोगों की भीड़ जुटने लगी तो तीनों बस छोड़कर भाग गए। 

सूचना के आधार पर डायल 100 मौके पर पहुंच गई, लेकिन तब तक तीनों आरोपी बस छोड़कर मौके से फरार हो चुके थे। इसके बाद डरी-सहमी युवती ने फोन कर अपनी बहन को बुलाया और उसके साथ गोविंदपुरा थाने पहुंची।  पुलिस ने मीडियाकर्मी युवती की शिकायत पर बस हेल्पर (Conductor) और कंडक्टर-ड्राइवर के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर लिया है। पुलिस का कहना है कि आरोपियों की धरपकड़ के लिए सर्चिग जारी है। जल्द ही वो गिरफ्त में होंगे।  हालांकि इस घटना ने महिला सुरक्षा के पुलिस के दावे की पोल खोल दी है। आए दिन बस के ड्राइवर कंडक्टर महिलाओं से छेड़छाड़ मारपीट कर रहे हैं।

चेतक ब्रिज पर एक घंटे तक लगी रही भीड़

वारदात के बाद चेतक ब्रिज पर करीब एक घंटे तक लोगों की भीड़ लगी रही। लोगों में सरेआम छेड़छाड़ की वारदात को लेकर गुस्सा था। पुलिस मौके पर पहुंची और आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया। कई यात्रियों ने पुलिस को बताया कि उन्होंने भाग रहे कंडक्टर, ड्राइवर और हेल्पर को पकड़ने का प्रयास भी किया, लेकिन वो धारदार हथियार लहराते हुए फरार हो गए। 

ड्राइवर और कंडक्टर के भेष में अपराधी तो नहीं 

जानकारों का कहना है कि ड्राइवर और कंडक्टर का पुलिस वेरीफिकेशन होना जरूरी है। देखा जा रहा है कि आपराधिक गतिविधियों में लिप्त अधिकांश लोग ड्राइवर और कंडक्टर बनकर काम करते हैं। इस दौरान बस मालिक उनका वेरीफिकेशन नहीं कराते। इसके बाद यह लोग बसों में ही यात्रियों के साथ छेड़छाड़ और मारपीट की घटनाओं को अंजाम देते हैं। कई कंडक्टर तो बाहरी बदमाशों से मिलीभगत कर बसों में यात्रियों के साथ चोरी भी करवाते हैं। यदि इनका वेरीफिकेशन हो तो कई बस कर्मचारियों का आपराधिक रिकार्ड सामने आ सकता है। 


संबंधित समाचार