भोपाल। मध्यप्रदेश के सीनियर आईपीएस अरविंद कुमार, कैलाश मकवाना और अजय शर्मा में से कोई एक प्रदेश पुलिस का नया मुखिया बन सकता है। नए डीजीपी को लेकर गुरुवार को दिल्ली में बैठक हुई। जिसमें प्रदेश सरकार की ओर से 1988 से 1991 बैच के भेजे गए आईपीएस अफसरों के 9 नामों पर चर्चा हुई।
बताया जा रहा है कि बैठक में मुख्य रूप से 3 नामों का पैनल तैयार किया गया है, जिसमें होमगार्ड डीजी अरविंद कुमार, पुलिस हाउसिंग कार्पोरेशन के अध्यक्ष कैलाश मकवाना और ईओडब्ल्यू के डीजी अजय शर्मा का नाम शामिल है। दिल्ली में हुई मीटिंग में यूपीएससी के प्रतिनिधि, केंद्रीय गृह मंत्रालय का एक प्रतिनिधि, एमपी के मुख्य सचिव, वर्तमान डीजीपी शामिल हुए। मप्र सरकार जल्द ही पैनल में शामिल किसी एक के नाम पर अपनी मुहर लगा सकती है।
कौन-किस कारण सरकार की पसंद
मकवाना 2025 बैच के आईपीएस हैं और उनका रिटायरमेंट दिसंबर 2025 में है। वह ईमानदारी छवि और सख्त कार्यशैली के लिए जाने जाते हैं। वहीं अरविंद कुमार 1988 बैच के आईपीएस हैं। इनका रिटायरमेंट मई 2025 में हैं। उच्च स्तर पर और विभाग में इनका समन्वय अच्छा है। बेहतर कार्यशैली होने के कारण डीजीपी बनने की कतार में हैं। इसके अलावा अजय शर्मा 1989 बैच के आईपीएस हैं। इनका रिटायरमेंट 2026 अगस्त में है। ये भी एमपी सरकार की गुड लिस्ट में शामिल है।
सुप्रीम कोर्ट का आदेश- डीजीपी के लिए 2 साल का कार्यकाल जरूरी
सुप्रीम कोर्ट का आदेश है कि किसी भी प्रदेश में जो भी अफसर डीजीपी बनेगा, उसका कार्यकाल दो साल से कम नहीं होगा। ऐसे में उन्ही अफसरों का नाम भेजा गया है, जिनके रिटायरमेंट का समय 2 साल या इससे अधिक बचा है। बता दें कि डीजीपी सुधीर सक्सेना का कार्यकाल 30 नवंबर को खत्म होगा। एक दिसंबर को नए डीजीपी चार्ज ले लेंगे। जिसका नाम तय होगा, वो पीएचक्यू में ओएसडी बन 30 नवंबर तक कार्य करेंगे।