भोपाल। जहांगीराबाद इलाके के पुरानी गल्लामंडी में पुराने विवाद को लेकर मंगलवार को दो पक्षों में जमकर पथराव हुआ। इस दौरान एक पक्ष के लोगों द्वारा तलवारों का भी प्रयोग किया गया। इस भिड़ंत में आधा दर्जन से अधिक लोग घायल हो गए। सूचना पर इलाके में भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।
इस वारदात की वजह दो दिन पहले तेज रफ्तार से वाहन चलाने को लेकर हुआ विवाद बताया जा रहा है। पुलिस ने सीसीटीवी के आधार पर आरोपियों की पहचान कर ली है। वहीं 13 आरोपियों पर प्रकरण दर्ज कर लिया है। पुलिस का कहना है कि विवेचना के दौरान बलवा करने वाले और भी जो लोग होंगे उनको भी आरोपी बनाया जाएगा।
पुलिस के मुताबिक 22 दिसंबर की शाम करीब 6 बजे सरदार मोहल्ले में तेज रफ्तार वाहन चलाने को लेकर समीर और रघुवीर सिंह के बीच विवाद हो गया था। तभी फैज नामक युवक ने साथियों के साथ सिख युवक रघुवीर को छुरी मारकर घायल कर दिया था।
पुलिस ने समीर, फैज, सैफ, जहीर और माइकल के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था, जबकि दो अभी भी फरार हैं। इस घटना को लेकर ही मंगलवार को दोनों पक्ष आमने-सामने आ गए और एक दूसरे पर जमकर पथराव किया। इसी दौरान कुछ युवकों ने एक महिला को भी पीट दिया, जिससे वह मौके पर ही घायल होकर गिर गई।लोगों ने वहां खड़े वाहनों में भी तोड़फोड़ भी की। तनाव की स्थिति को देखते हुए पूरे इलाके को पुलिस छावनी बना दिया गया। पुलिस ने शाहवर उर्फ माइकल की शिकायत पर 13 लोगों के खिलाफ नामजद मामला दर्ज किया है।
दो दिन पहले तेज बाइक चलाने को लेकर हुआ था दो पक्षों में विवाद
थाना प्रभारी आशुतोष उपाध्याय का कहना है कि 2 दिन पहले तेज बाइक चलाने को लेकर दो पक्षों में विवाद हुआ था। जिस पर मामला दर्ज कर तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था। फरार दो आरोपियों को लेकर विवाद की स्थिति बन गई। मौके पर पहले से पुलिस बल मौजूद था। लोगों की बढ़ती भीड़ को देखकर पुलिस कंट्रोल रूम में सूचना दी गई। वीडियो में कई लोग हथियार लेकर जाते दिख रहे हैं, उनके ऊपर भी कार्रवाई की जाएगी। घटना में कोई गंभीर घायल नहीं हुआ है। स्थिति पूरी तरह नियत्रंण में हैं।
रास्ता बंद करने को लेकर हुआ विवाद
एक पक्ष का कहना है कि दूसरे पक्ष ने मुख्य रास्ता बंद कर दिया था, जिसके चलते यह स्थिति बनी। दूसरे पक्ष का कहना है कि यहां लोग लगातार तेज रफ्तार से वाहन चलाते हैं। छोटे बच्चे खेलते रहते हैं, इसी कारण रास्ते से नहीं जाने दे रहे थे। इसी को लेकर विवाद हुआ।
महिलाओं के हाथों में भी थे डंडे-तलवारें
बलवा के दौरान महिलाएं भी डंडे और तलवार लिए थीं। कई महिलाएं पथराव भी कर रहीं थीं। लोगों का आरोप है कि मौके पर पुलिस मौजूद जरूर थी, लेकिन कुछ कर नहीं पाई। पुलिस यदि हस्तक्षेप करती तो इतने बड़े बवाल की स्थिति नहीं बनती।