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Bhopal Metro News : हबीबगंज क्राॅसिंग पर छह क्रेन तैनात, अगले हफ्ते तक बन जाएंगे दो स्टील ब्रिज

Bhopal Metro News : हबीबगंज क्राॅसिंग पर छह क्रेन तैनात, अगले हफ्ते तक बन जाएंगे दो स्टील ब्रिज

भोपाल। मेट्रो ट्रेन प्रोजेक्ट के तहत गणेश मंदिर से एम्स की ओर रेलवे लाइन पर अब 65 मीटर लंबे फ्रेबिकेटेड स्टील ब्रिज को बनाने का काम अंतिम चरण में है। इसके अंतिम कार्य के लिए मंगलवार से काम तेजी से शुरू हो गया और अगले हफ्ते ब्रिज गर्डर पर रख दिए जाएंगे। रेलवे ने करीब 42 दिन का समय दिया है, जिसमें इन्हें गर्डर व ब्रिज को स्थापित करना है। मेट्रो कंपनी 33.5 मीटर का एमजी गर्डर लांच कर चुका है। पिछले हफ्ते गणेश मंदिर वाले हिस्से में भी एमजी गर्डर डाला गया। अब 65 मीटर लंबे ब्रिज को इस गर्डर पर खींचकर रेलवे लाइन पर लाया जाएगा। इसके लिए छह क्रेन की व्यवस्था की गई है।

200 टन वजनी क्रेन का उपयोग किया


मेट्रो कॉपोरेशन के अफसरों ने बताया कि भोपाल मेट्रो प्रॉयोरिटी कॉरिडोर के लिए हबीबगंज नाका रेलवे क्रॉसिंग पर एक मील का पत्थर वाला काम सफलतापूर्वक पूरा किया। भारतीय रेलवे के दिए गए 2 घंटे के ब्लॉक के भीतर में 200 टन क्रेन का उपयोग करके रेलवे ट्रैक पर दो 33.5 मीटर एमजी गर्डर स्थापित किया है। अगला प्रमुख कार्य 65 मीटर और 416 टन के ओपन वेब गर्डर की स्थापना है।

राजस्थान के अलवर में तैयार किए गए दोनों ब्रिज

मेट्रो कंपनी अधिकारियों के अनुसार, दोनों तरफ तीन-तीन क्रेन को खड़ा किया जाएगा। 65 मीटर का ब्रिज 416 टन का है। इसे 15 मीटर की ऊंचाई में ही तैयार किया गया है। अभी तीन क्रेन लाइन के पास तैनात कर दी गई हैं। 103 मीटर के 2 स्टील ब्रिज बनाकर नीचे रखे हुए हैं। रेलवे से दूसरा ब्लॉक मिलते ही एक ब्रिज सड़क तो दूसरा रेलवे ट्रैक के ऊपर से गुजरेगा। यह दोनों ब्रिज राजस्थान के अलवर में तैयार किए गए हैं, जिसे दिल्ली मेट्रो की तरह ही डिजाइन किया गया है। पहला ब्रिज 15 मीटर चौड़ा और मीटर ऊंचा है। यह ब्रिज आरकेएमपी से डीआरएम ऑफिस के बीच रेलवे लाइन के पास रखा जाएगा। 

स्टील ब्रिज को असेंबल कर दिया गया 

दूसरा ब्रिज डीआरएम ऑफिस चौराहे पर बनाया जा रहा है। इसकी लम्बाई 48 मीटर और ऊंचाई 14 मीटर रखी गई है। ब्रिज बनाने के बाद नीचे गाड़ियां आराम से निकल सकेंगी। रेलवे ट्रैक के ऊपर से जो स्टील ब्रिज गुजरेगा, उसकी रेलवे से अनुमति मिली है। अब यह तय किया जा रहा है कि ब्लॉक किस दिन दिया जाए। अभी ब्रिज को असेंबल कर दिया गया है।

बीते मार्च में हुई थी निर्माण की शुरुआत 

इसी साल जनवरी-फरवरी में ब्रिज के पार्ट्स अलवर से भोपाल आ गए थे। जिन्हें मार्च में असेंबल करना शुरू किया गया। मार्च में काम की शुरुआत की गई। करीब छह महीने से रास्ता भी डायवर्ट किया गया है। दूसरी ओर डीआरएम ऑफिस तिराहे की सड़क के ऊपर ब्रिज के पॉर्ट्स असेंबल किए जा चुके हैं। इसे भी पिलर के ऊपर रखा जाएगा। रेलवे क्रॉसिंग के बाद दूसरा ब्रिज डीआरएम ऑफिस चौराहे पर 48 मीटर लंबा और 8 मीटर चौड़ा ब्रिज बनेगा। यह भी 14 मीटर ऊंचा रहेगा। ब्रिज बनने के बाद नीचे गाड़ियां निकलेगी तो ऊपर मेट्रो गुजरेगी।
 


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