भोपाल। मेट्रो का दूसरे फेज का काम मिट्टी की जांच तक ही सीमित है। क्योंकि अन्य निर्माण कार्य में बाधा बन रहे अतिक्रमण जिला प्रशासन नहीं हटा पा रहा है। दस दिन पहले भोपाल रेलवे स्टेशन के करीब नर्मदा आइस फैक्ट्री के भूखंड से अधूरा अतिक्रमण हटाया गया था। जबकि इसके पास ईरानी डेरा हटना है, जहां मेट्रो का अंडर ग्राउंड स्टेशन बनना है।
अधिकारियों के अनुसार भोपाल मेट्रो की ऑरेंज लाइन के दूसरे फेज का काम 108 आरा मशीनों के साथ ही ईरानी डेरा और उसके आसपास के अतिक्रमण की वजह से अटक गया है। आरा मशीनों की शिफ्टिंग के लिए पिछले एक साल से बार बार तारीख दी जा रही है, लेकिन जमीन आवंटन और विकास कार्य को लेकर सहमति बनने के बाद भी काम शुरू नहीं हो पा रहे हैं। ईरानी डेरा के अतिक्रमण को लेकर भी बड़ी चुनौती खड़ी हो गई है।
जिला प्रशासन व अन्य विभाग भी यहां से अतिक्रमण नहीं हटा पा रहा है। सुभाषनगर से करोंद के बीच दो में से एक अंडरग्राउंड मेट्रो स्टेशन यहीं पर बनना है। 30 दिसंबर को नर्मदा आइस फैक्ट्री के भूखंड से 29 अतिक्रमण तोड़े गए थे। ईरानी डेरा में भी कार्रवाई हुई थी, लेकिन पूरी तरह से अतिक्रमण नहीं हटाया जा सका। कुछ लोगों ने कोर्ट से स्टे ले रखे हैं। इस कारण अफसर कार्रवाई नहीं कर पा रहे हैं। एसडीएम दीपक पांडे ने बताया कि ईरानी डेरा के अतिक्रमण को हटाने के प्रयास किए जा रहे हैं।
मेट्रो कंपनी अतिक्रमण हटाने दे चुकी है साढ़े पांच करोड़
बरखेड़ी फाटक से भारत टॉकीज तक मेट्रो के रूट पर 108 आरा मशीनें हैं। करीब 48 साल में इन मशीनों की शिफ्टिंग पर 50 से ज्यादा बार चर्चाएं हो चुकी हैं। 8 लोकेशन भी देखी जा चुकीं हैं। इसके बाद छोटा रातीबड़ में 18 एकड़ जमीन अलॉट की गई। जहां साढ़े 5 करोड़ रुपए से सड़क, बिजली और पानी की सुविधाएं दी जा रही हैं। मेट्रो ने इसके लिए भी राशि दे दी है। सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम विभाग ने अब तक डीपीआर और नक्शा ही तैयार किया है। जब तक आरा मशीनें नहीं हटेंगी, तब तक दूसरे फेज का काम भी शुरू नहीं हो पाएगा।