Bihar की राजधानी पटना में बागेश्वर धाम (Bageshwar Dham) के पंडित धीरेन्द्र शास्त्री (Pandit Dhirendra Shastri) की हनुमान कथा का समापन आज यानी 17 मई को हो रहा है। इसको लेकर बिहार की राजनीति (Bihar Politics) में इस समय उबाल है। बयानों की बाढ़ आई हुई है। भाजपा (BJP) से लेकर राजद (RJD), जदयू (JDU) और कांग्रेस (Congress) नेता एक दूसरे पर बयानबाजी कर रहे हैं। सीएम नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) से लेकर तेजस्वी यादव (Tejaswi Yadav), तेजप्रताप यादव (Tejptratap Yadav), जगदानंद सिंह (Jagdanand Singh) और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह (Giriraj Singh) तक कई नेताओं ने एक दूसरे पर जमकर व्यंग्य के तीर चलाए।
बता दें कि 13 मई से आरंभ हुई पंडित धीरेन्द्र शास्त्री की हनुमान कथा 17 मई को समाप्त हो रही है। इस दौरान बाबा ने बिहार के लोगों से भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने की अपील की। उन्होंने कहा कि बिहार से हमारा संकल्प पूरा होता दिख रहा है। अगर बिहार के 13 करोड़ लोगों में से 5 करोड़ सनातनी हिंदू अपने घर के बाहर भगवा ध्वज और अपने मस्तक पर तिलक लगाकर घर से निकलेंगे, तो उसी दिन हमारा भारत हिंदू राष्ट्र बन जाएगा। अगर आपके घर के बाहर भगवा ध्वज रहेगा, तो हनुमान जी स्वयं आपकी रक्षा करेंगे। धीरेंद्र शास्त्री ने आगे कहा कि आपलोग श्रीराम की पूजा करें, सनातन संस्कृति को मिटने से बचाएं। अब हमारा भारत साधु-संतों का अपमान नहीं सहेगा। इसके बाद उन्होंने बिहार के लोगों की प्रशंसा की और कहा कि जो बिहारी अपनी भाषा, रामचरितमानस (Ramcharitmanas) और तुलसी के पौधों को नहीं छोड़ता, सच में वो पूरी दुनिया पर भारी है। कथा के अंत में बाबा बागेश्वर ने 27 सितंबर को गया में होने वाले अपने अगले दरबार का भी ऐलान कर दिया।
बाबा के नाम पर एकजुट हो सकते हैं हिंदू
गौरतलब है कि देश में अगले साल लोकसभा चुनाव (Parliamentary Election) है। इसके बाद 2025 में बिहार में विधानसभा चुनाव (Bihar Assembly Election) भी होना है। चूंकि बिहार की राजनीति जाति आधारित होती है, लेकिन भाजपा इस जातिवादी राजनीति को हिंदूवादी राजनीति की ओर मोड़ना चाहती है। इस बात को लेकर बाबा बागेश्वर के पटना आगमन से लेकर अंत तक बीजेपी नेता उनके साथ लगे रहे। सांसद मनोज तिवारी (Manoj Tiwari) तो कार ड्राइव कर उन्हें एयरपोर्ट से होटल तक ले गए। दूसरी तरफ गिरिराज सिंह, रामकृपाल यादव से लेकर अश्विनी चौबे तक उनके कार्यक्रम में शामिल हुए, जबकि ठीक इसके विपरीत सीएम नीतीश कुमार से लेकर, लालू यादव, तेजप्रताप यादव, जगदानंद सिंह और झारखंड (Jharkhand) सरकार के मंत्री इमरान अंसारी (Imran Ansari) ने पंडित धीरेन्द्र शास्त्री पर तीखा कटाक्ष किया।
सीएम नीतीश ने कहा कि कोई एक व्यक्ति संविधान नहीं बदल सकता है। राजद के बिहार प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने कहा कि यह दंगाई है, इसे आडवाणी (Advani) की तरह जेल में डाल देना चाहिए। लालू और उनके बड़े बेटे तेजप्रताप ने कहा कि वे किसी बाबा को नहीं जानते। तेजप्रताप यादव ने आगे कहा कि बिहार में राम राज्य नहीं, कृष्ण राज्य है। यह महागठबंधन का राज्य है, जबकि बिहार के बेगूसराय (Begusarai) से सांसद एवं केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने बाबा बागेश्वर का खुलकर समर्थन किया है। उन्होंने कहा कि बिहार सरकार ने उन्हें गांधी मैदान वाली जगह की नौबतपुर में जगह दी। यदि उन्हें कुछ हुआ तो इसकी जिम्मेदारी सरकार पर होगी।
बिहार के राजनीतिक विश्लेषक संजय मिश्रा (Political Analyst Sanjay Mishra) कहते हैं कि धीरेन्द्र शास्त्री की कथाओं में पिछड़े और दलित समाज के लोग भी काफी संख्या में आ रहे हैं, जो राजद और जदयू जैसी पार्टियों के वोट बैंक हैं। अगर ये मतदाता हिंदुत्व के नाम पर एकजुट होते हैं, तो राजद, जदयू और कांग्रेस को नुकसान हो सकता है, जबकि इसके उलट भाजपा को इसके फायदा हो सकता है।
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