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INDORE NEWS: इंदौर के मास्टर अवनीश तिवारी ने बढ़ाया प्रदेश का मान, प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार 2024 से राष्ट्रपति ने किया सम्मानित

INDORE NEWS: इंदौर के मास्टर अवनीश तिवारी ने बढ़ाया प्रदेश का मान, प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार 2024 से राष्ट्रपति ने किया सम्मानित

इंदौर : मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर के रहने वाले 9 साल के मास्टर अवनीश तिवारी को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु द्वारा आज प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार 2024 से सम्मानित किया गया। यह सम्मान उन्हें सामाजिक सेवा में उत्कृष्टता के लिए प्रदान किया गया है। अविनाश की इस उपलब्धि के लिए उन्हें  सीएम मोहन यादव  द्वारा बधाई और उज्ज्वल भविष्य के लिए अनंत शुभकामनाएं भी दी गई ।

सीएम मोहन यादव ने दी बधाईं

सीएम मोहन ने एक्स पर लिखा, 'बेटा अवनीश, हमें तुम पर गर्व है!' उन्होंने आगे लिखा कि अवनीश तिवारी को सामाजिक सेवा के क्षेत्र में असाधारण कार्य के लिए 'प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार-2024' से सम्मानित होने पर हार्दिक बधाई! मुझे गर्व के साथ आनंद है कि आपको यह पुरस्कार कल महामहिम राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु के कर कमलों से उनके आशीर्वाद के साथ प्राप्त हुआ है.

अवनीश डाउन्स सिंड्रोम से प्रभावित एक विशेष बालक

बता दें कि आज यानि की 22 जनवरी को विज्ञान भवन में आयोजित पुरस्कार समारोह में मध्यप्रदेश के मास्टर अवनीश तिवारी को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु द्वारा प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार 2024 (PM Rashtriya Bal Puraskar 2024) से सम्मानित किया। इस दौरान राष्ट्रपति  ने अवनीश को पदक, प्रमाण पत्र और प्रशस्ति पत्र से सम्मानित किया। बता दें कि मास्टर अवनीश डाउन्स सिंड्रोम से प्रभावित एक विशेष बालक हैं. 7 वर्ष की आयु में उन्होंने माउंट एवरेस्ट के बेस कैंप तक सफल ट्रैकिंग की है. वर्ष 2022 में श्रेष्ठ दिव्यांग बालक पुरस्कार पाने वाले वे सबसे कम उम्र के बालक थे। 

अवनीश के नाम चार वर्ल्ड रिकार्ड भी शामिल 

अपने कारनामों की सूची में अवनीश ने चार वर्ल्ड रिकार्ड भी शामिल कर रखे हैं। उन्हें 30 से ज्यादा एक्सीलेंस अवार्ड और वर्ष 2023 में चाइल्ड आइकान अवार्ड भी दिया जा चुका है। इसके अलावा डाउन सिंड्रोम एक्सीलेंस अवार्ड से भी उन्हें सम्मानित किया जा चुका है। उन्होंने करीब 1000 अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय सेमिनार में संबोधन भी दिया है। यही नहीं सात वर्ष की उम्र में माउंट एवरेस्ट की चढ़ाई कर चुके हैं, ऐसा करने वाले वे दुनिया के पहले बालक थे। पांच दिनों में उन्होंने अपने पिता के साथ एवरेस्ट की चढ़ाई की । इस दौरान आदित्य ने अवनीश की सेहत का पूरा ख्याल रखा था।


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