Asaduddin Owaisi Speech: असदुद्दीन ओवैसी ने भेदभाव के आरोप में मोदी की सरकार को घेरा 

Asaduddin Owaisi Speech: असदुद्दीन ओवैसी ने भेदभाव के आरोप में मोदी की सरकार को घेरा 

Asaduddin Owaisi Speech: ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) पार्टी के नेता असदुद्दीन ओवैसी ने मंगलवार (26 जून) को प्रधानमंत्री मोदी की सरकार पर अल्पसंख्यकों के साथ भेदभाव करने का आरोप लगाया है। उन्होंने पूछा कि अल्पसंख्यकों के लिए बजट कम करना, प्री-मैट्रिक स्कॉलरशिप और मौलाना आजाद फैलोशिप को समाप्त करना, क्या यह भेदभाव नहीं है।

ओवैसी ने कहा कि प्रधानमंत्री का भेदभाव इसका एक उदाहरण है क्योंकि मोदी की 306 सांसदों में से कोई भी मुस्लिम सांसद नहीं है और उनकी सरकार में कोई मुस्लिम मंत्री भी नहीं है. उन्होंने यह भी पूछा कि क्या दिल्ली के एक सांसद ने नहीं कहा कि मुस्लिमों से सामान मत खरीदें, क्या यह भेदभाव नहीं है.

ओवैसी ने प्रधानमंत्री मोदी से यह सवाल पूछा कि उन्होंने अमेरिका में क्यों कहा कि वहां अल्पसंख्यकों के साथ कोई भेदभाव नहीं किया जाता है. उन्होंने कहा कि उन्हें इस बात पर कोई आपत्ति नहीं है कि मोदी अमेरिका गए हों, लेकिन उन्हें मोदी के कुछ बयानों पर आपत्ति है.

असदुद्दीन ओवैसी ने प्रधानमंत्री मोदी की अमेरिका में हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस के बारे में आलोचना की. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने 9 साल में पहली बार मीडिया के सवालों का जवाब दिया, लेकिन एक वॉल स्ट्रीट जर्नल की रिपोर्टर ने उनसे भारत के मुस्लिम समुदाय के बारे में सवाल पूछा, जिससे उन्हें तकलीफ हुई. ओवैसी ने कहा कि उन्हें तकलीफ हुई क्योंकि उनसे पूछा गया कि वे भारत के मुस्लिम समुदाय की समस्याओं को हल करने के लिए क्या कार्यवाही करेंगे.

ओवैसी ने कहा कि उन्हें खुशी होती अगर पीएम मोदी से पूछा जाता कि वे उस देश से आते हैं जहां 50% आबादी युवा है, और उनसे पूछा जाता कि वे 'मेक इन इंडिया' कार्यक्रम के तहत क्या-क्या बनाने में सफल रहे हैं .उन्हें खुशी होती अगर रिपोर्टर उनसे पूछती कि क्या उन्होंने 5 ट्रिलियन इकोनॉमी के लक्ष्य को पूरा किया है. ओवैसी ने यह भी कहा कि उन्हें खुशी होती अगर उनसे पूछा जाता कि दुनिया में सबसे अधिक बेरोजगारी भारत में है, और उन्हें इससे संबंधित क्या कार्रवाई की जा रही है।

ओवैसी ने कहा कि 300 चर्चे मणिपुर में जला दी गईं और उत्तरकाशी में मुस्लिमों को  छोड़कर नहीं कहा गया कि वे छोड़कर भाग जाएं, जिससे उन्हें तकलीफ हुई। उन्होंने कहा कि क्या यह सब बातें भेदभाव नहीं हैं - CAA बिल को मजहब पर आधारित नहीं बनाया जाता, मौलाना आजाद फैलोशिप को बंद करने के बाद मुस्लिम बच्चे इसका लाभ नहीं पा सकेंगे.

Read More:दिल में बुरा लगता है: अब नहीं रहे मशहूर कॉमेडी यूट्यूबर देवराज पटेल, भूपेश बघेल ने भी जताया दुख

 

 


संबंधित समाचार