Sagar Bjp Politics : मध्यप्रदेश की सियासत में इन दिनों सागर बीजेपी में घमासान मचा हुआ है। प्रदेश सरकार के पूर्व सीएम शिवराज सिंह के खासमखास पूर्व मंत्री भूपेंद्र सिंह की नाराजगी थमने का नाम नहीं ले रही है। भूपेन्द्र सिंह ने मरता क्या नहीं करता की तर्ज पर मोर्चा खोल रखा है। भूपेंद्र सिंह पहले प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा के खिलाफ बगावती तेवर दिखा चुके है। भूपेंद्र सिंह की सबसे ज्यादा नाराज मोहन सरकार के मंत्री गोविंद सिंह राजपूत से है। गोविंद सिंह लगातार भूपेंद्र सिंह के हसिए पर है।
भूपेन्द्र सिंह की बीते दिनों सीएम मोहन यादव के खिलाफ भी नाराजगी दिखाई दी। सागर में गौरव दिवस के मौके पर लगे पोस्टरों से भूपेन्द्र सिंह नदारत दिखाई दिए, जिसका जबाव भूपेन्द्र सिंह ने खुरई महोत्सव के पोस्टरों से दिया। खुरई में लगे पोस्टरों में मोहन-वीडी गायब दिखाई दिए। भूपेंद्र को इसकी राजनीतिक कीमत चुकानी पड़ सकती है। हालांकि भूपेन्द्र सिंह ने कहा था कि वे पोस्टरों में रहे या न रहें, लेकिन लोगों के दिल में रहना पसंद करेंगे।
भूपेंद्र पुत्र ने किया सियासी पारा हाई
सागर बीजेपी की सियासत में भूपेंद्र-गोविंद की तकरार अभी खत्म हुई की नहीं, सियासत में एक चेहरे की एंट्री ने सियासी पारा हाई कर दिया। पारा हाई करने वाले कोई और नहीं बल्कि भूपेन्द्र पुत्र अभिराज ने किया हैं। दरअसल, सागर बीजेपी की सियासत में नया तीर छूटा है। भूपेन्द्र सिंह की कर्मभूमि सुरखी के लिए माना जा रहा है। बीते मंगलवार को सुरखी में भूपेन्द्र सिंह के पुत्र अभिराज सिंह को जो जोरदार स्वागत हुआ है, उसके बाद से लगने लगा है कि सागर की राजनीति में फिर उबाल आ सकता है। राजनीति के बाजार में चर्चा होने लगी है कि भूपेंद्र सिंह की विरासत संभालने के लिए अभिराज सिंह ने अपने पिता की कर्मभूमि सुरखी को चुना है।
गोविंद के गढ़ में भूपेंद्र पुत्र की एंट्री
हालांकि अभिराज सिंह सुरखी में किसी राजनैतिक कार्यक्रम में शामिल नहीं होने पहुंचे थे, वे एक टूर्नामेंट का उद्घाटन करने पहुंचे थे। लेकिन उनका हर गांव में जिस तरह से स्वागत हुआ और उनके काफिले को देखकर लोगों को लगने लगा की अभिराज सिंह राजनीति में एंट्री करने जा रहे है। अभिराज सिंह ने मीडिया से बात करते हुए सुरखी की धरती को पवित्र धरती बताया। इतना ही नहीं सुरखी को उन्होंने अपने पिता की कर्मभूमि भी बताया। अभिरात सिंह ने कहा की आज मेरे पिता जो भी है वो सुरखी के लोगों के आशिर्वाद से है। में आज अपने परिवारजनों से मिलने आया हूं। पूरी विधानसभा हमारे परिवार का सदस्य है। अभिराज ने मीडिया से कहा की आपके जो राजनीति प्रशन है वो आप मेरे पापा जी से पूछे तो अच्छा रहेगा। अभिराज ने अपने सदे हुए अंदाज में यह भी कहा की अगर जनता का प्यार मिलेगा तो वे राजनीति में जरूर आएंगे।
अभिराज वर्सेस आकाश
आपको बता दें कि सुरखी विधानसभा पूर्व मंत्री भूपेन्द्र सिंह की कर्मभूमी रही है। भूपेंद्र सिंह सुरखी सीट से 1993 से 98 तक भाजपा से विधायक रहे है। वर्तमान में सुरखी सीट से मंत्री गोविंद सिंह विधायक है। गोंविद सिंह के बेटे आकाश राजपूत 16 जनवरी से एक टूर्नामेंट करा रहे है, लेकिन उससे पहले भूपेन्द्र सिंह के एक समर्थक ने टूर्नामेंट से चार दिन पहले एक टूर्नामेंट का शुभारंभ कराने के लिए भूपेन्द्र पुत्र अभिराज को बुला लिया। राजनीतिक गलियारों में अब चर्चाएं होने लगी है कि सागर की सियासत में गोविंद वर्सेस भूपेंद्र की लड़ाई तो चल ही रही थी, लेकिन अब अभिराज वर्सेस आकाश की लड़ाई शुरू हो गई है। क्योंकि मंत्री गोविंद सिंह पर भूपेंद्र सिंह कई कटाक्ष कर चुके है। वे साफ तौर पर कह चुके है कि वे गोविंद सिंह को कभी अपनाएंगे नहीं। अब देखना है कि सुरखी में अभिराज की एंट्री से जिले की राजनीति किस ओर मोड़ लेती है। यह देखना दिलचस्प होगा।