Year Ender 2024: साल 2024 अब अलविदा होने वाला है और नए साल 2025 की शुरूआत होने वाली है। दो दिन बाद नए साल का आगाज हो जाएगा। उम्मीद जताई जा रही है कि नया साल 2025 दुनियाभर के लिए सुख और समृद्धि से भरपूर होगा। नए साल की शुरूआत से पहले आज हम आपको मध्यप्रदेश की उन हस्तियों के बारे में बताने जा रहे है जिन्होंने दुनिया को अलविदा कह दिया।
संत सियाराम बाबा
संत सियाराम बाबा के निधन ने पूरे देश को स्तंभ कर के रख दिया था। साल के अंत में सियाराम बाबा ने 11 दिसंबर एकादशी के दिन अपनी देह त्याग दी थी। वे 110 साल के थे। सियाराम बाबा एमपी के खरगोन में नर्मदा नदी के किनारे अपने आश्रम में रहते थे। वे इस युग के ऐस संत थे जिन्होंने 10 सालों तक खड़े रहकर मौन तपस्या की थी। बाबा ने 7 दशको तक रामचरितमानस का पाठ किया।
प्रभात झा
साल 2024 में बीजेपी को उस समय झटका लगा जब मध्यप्रदेश बीजेपी के वरिष्ठ नेता और पूर्व अध्यक्ष रहे प्रभाज झा ने दुनिया को अलविदा कह दिया। प्रभात झा का निधन 26 जुलाई को हृदय गति रुकने से हो गया था। प्रभात झा भारतीय जनता पार्टी में कई अहम पदों पर रहे। उन्होंने पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष पद की शोभा भी बढ़ाई। झा पेशे से पत्रकार थे, राजनीति में उनका अच्छा दखल माना जाता था।
विधायक आरिफ अकील
नवाबों के शहर भोपाल का वो शेर जिसने कभी हार नहीं मानी, जिसे मुस्लिमों का आका बताया जाता था, लोग उसके नाम की कसमे तक खाते थे, इतना ही नहीं भोपाल की उत्तर विधानसभा का प्रतिनिधित्व करने वाला, एकक्षत्र साम्राज्य स्थापित करने वाला, सियासी सीढ़ियां चढ़ते हुए अच्छे से अच्छे दिग्गजों को चुनावों में परास्त करने वाला, मोदी लहर में भी भाजपा को पटखनी देने वाले शेर-ए-भोपाल आरिफ अकील ने 29 जुलाई 2024 में दुनिया को अलविदा कह दिया था। अकील एक अलग अंदाज में राजनीति करने वाले 6 बार के विधायक और दो बार के कैबिनेट मंत्री थे। अकील ने भोपाल के सेज अपोलो अस्पताल में अंतिम सांस ली थी।
माधवी राजे सिंधिया
ग्वालियर का शाही राजघराना सिंधिया परिवार की राजमाता माधवी राजे सिंधिया ने 15 जुलाई 2024 में दुनिया को अलविदा कह दिया था। माधवी राजे केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की मां थी। माधवी राजे सिंधिया के दादा जु्द्ध शमशेर जंग बहादुर नेपाल के प्रधानमंत्री रहे हैं। विजया राजे सिंधिया का विवाह साल 1966 में ग्वालियर के महाराजा माधवराव सिंधिया से हुआ था।
पूनमचंद यादव
मध्यप्रदेश के मुखिया मोहन यादव के पिता पूनमचंद यादव ने 3 सिंतबर 2024 को दुनिया से अलविदा कह दिया। पूनमचंद यादव रतलाम के रहने वाले थे। वे उज्जैन में आकर रहने लगे थे। सबसे पहले यादव ने हीरा मिल में नौकरी करते हुए अपने परिवार का पालन पोषण किया था।