दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार के जाते ही यमुना की सफाई अभियान की शुरुआत हो गई है। दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना के आदेश के बाद यह सफाई अभियान शुरू किया गया है। एलजी कार्यालय ने बताया, “यमुना नदी की सफाई का कार्य पहले ही शुरू हो चुका है। कचरा निकालने वाली मशीनें, खरपतवार हटाने वाली मशीनें और ड्रेज यूटिलिटी क्राफ्ट ने नदी में सफाई अभियान में अपना काम शुरू कर दिया है। उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने मुख्य सचिव और अतिरिक्त मुख्य सचिव (आई एंड एफसी) से मुलाकात कर उन्हें तुरंत काम शुरू करने का निर्देश दिया था।”
पीएम ने सरकार आने पर यमुना की सफाई का किया था वादा :
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यमुना की सफाई का वादा किया था। चुनावी रैली में उन्होंने दिल्ली की जनता से यह वादा किया था कि अगर उनकी सरकार बनती है, तो यमुना के पानी को साफ किया जाएगा। यमुना की सफाई के लिए एक चार सूत्री योजना तैयार की गई है। पहले चरण में यमुना के पानी में जमे कूड़े और गाद को हटाने का कार्य शुरू हो चुका है, इसके लिए बड़ी-बड़ी मशीनें लगाई गई हैं। इसके बाद, सभी प्रमुख नालों की सफाई की जाएगी। तीसरे चरण में सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट्स (एसटीपी) की क्षमता बढ़ाई जाएगी। चौथे चरण में नई एसटीपी और डीएसटीपी के निर्माण की योजना बनाई गई है, ताकि 400 एमजीडी गंदे पानी की कमी को पूरा किया जा सके।
2023 में भी शुरू हुई थी यमुना की सफाई:
इससे पहले 2023 में भी यमुना की सफाई अभियान की शुरुआत की गई थी, जिसके लिए एनजीटी के आदेश पर यमुना सफाई के लिए 5 सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया था। लेकिन उस समय आम आदमी पार्टी ने कमेटी पर सवाल उठाए थे और इसके खिलाफ सुप्रीम कोर्ट का रुख किया था। आप का कहना था कि चुनी हुई सरकार के होते हुए एलजी को कमेटी का प्रमुख क्यों बनाया गया। इसके बाद, सुप्रीम कोर्ट ने एनजीटी के आदेश पर रोक लगा दी थी।