Vasundhara Raje : भारतीय जनता पार्टी के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष को लेकर देशभर में चर्चा हो रही है। और इस चर्चा में अध्यक्ष की कुर्सी को लेकर कई नाम भी सामने आते रहे है। कभी खबरे आई की शिवराज सिंह चौहान को अध्यक्ष बनाया जा सकता है तो कभी देवेंद्र फडणवीस को अध्यक्ष बनाए जाने की खबरे आई। हालांकि देवेंद्र फडणवीस महाराष्ट के सीएम बन चुके है, अब वे अध्यक्ष की चर्चा की लाइन से हट चुके है। ऐसे में एक नया नाम उभरकर समाने आई है।
चर्चा में मोदी-वसुंधरा
राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि बीजेपी पहली बार किसी महिला नेता को पार्टी की कमान सौंप सकती है। बीजेपी की कद्दावर नेता, पार्टी की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष, केन्द्रीय मंत्रही रही, राजस्थान की दो बार सत्ता संभालने वाली वसुंधरा राजे का नाम राष्ट्रीय अध्यक्ष की कुर्सी के नजदीक आ गया है। यह चर्चा उस समय उठी जब बीते दिनों राजस्थान पहुंचे पीएम मोदी को वसुंधरा राजे ने रंगबिरंगा गुलस्दस्ता मुस्कुराते भेंट किया। पीएम मोदी और वसुंधरा राजे का एक फोटो इन दिनों देश की राजनीति में चर्चा का विषय बन गया हैं।
वसुंधरा की लगेगी लॉटरी?
दरसअल, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव अगले महीने यानी नए साल में जनवरी में लगभग हो जाएगा, लेकिन चुनाव से पहले दोनों नेताओं की मुलाकात ने वसुंधरा को मौका देने की हवा दे दी है। हालांकि यह तो आने वाला समय ही बताएगा की कौन होगा अध्यक्ष, लेकिन यह तो तय माना जाने लगा है कि वसुंधरा पार्टी में नई भूमिका में नजर आएंगी। कोई आश्चर्य वाली बात नहीं होगी की वसुंधरा को बीजेपी अलाकमान पार्टी की बागडोर सौंप दे।
मोदी वसुंधरा की चर्चित मुलाकात
दरसअल, वसुंधरा को अध्यक्ष की कुर्सी सौंपने को लेकर कई मायने निकाले जा रहे है। वसुंधरा राजे बीते लंबे समय से पार्टी के हाशिए पर है, लेकिन बीते दिनों पीएम मोदी ने अपने कार्यक्रम में उन्हें खास तव्वजो दी। इतना ही नहीं पीएम मोदी ने अपने संबोधन में वसुंधर के कार्यकाल का गुणगान भी किया। साथ ही पीएम मोदी ने वसुंधरा को दिल्ली आकर मिलने का भी न्यौता दिया। इसके बाद वसुंधरा ने दिल्ली में पीएम मोदी से मुलाकात भी की। मोदी वसुंधरा की लंबे समय बाद हुई इस मुलाकात ने कई बातों के संकेत दिए है।
मोदी से वरिष्ठ वसुंधरा राजे
आपको बता दें कि वसुंधरा राजे सिंधिया परिवार से ताल्लुक रखती है, वे केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की बुआ है। वसुंधरा राजे वरिष्ठता में पीएम मोदी से बड़ी है। अटल बिहारी सरकार में जब वसुंधरा राजे मंत्रिपरिषछ की सदस्य थी तब नरेन्द्र मोदी संगठन का काम देखते थे। वसुंधरा राजे की मां ग्वालियर के शाही सिंधिया परिवार की राजमाता रही है। राजमाता का बीजेपी और आरएसएस सम्मान करती आई है।
क्या कहते है राजनीतिक जानकार
राजनीतिक पंडितों की माने तो बीजेपी में भाजपा अध्यक्ष की कुर्सी के लिए पुरूष वर्ग से कई उम्मीवार है, लेकिन बीजेपी महिला वर्ग नेताओं की कमी महसूस कर रही है। एक समय था जब बीजेपी के पास सुषमा स्वराज और उमा भारती जैसी तेज तर्रार महिला नेताओं का साथ हुआ करता था। सुषमा स्वराज का निधन हो चुका है, वही उमा भारती अपनी तीखी जुबानी के चलते लंबे समय से साइड लाइन चल रही है। ऐसे में पार्टी आलाकमान का मानना है कि वसुंधरा राजे इस मामले में सही फिट बैठ सकती है। सबसे बड़ी बात तो यह है कि वसुंधरा राजे की क्षमता का पार्टी को तब अहसास हुआ जब बीजेपी ने राजस्थान की सत्ता वसुंधरा की जगह भजन लाल को सौंपी तो लोकसभा में बीजेपी को 25 सीटों में से 11 सीटों पर हार का सामना करना पड़ा। एक समय ऐसा था जब वसुंधरा राजे के नेतृत्व में बीजेपी ने पूरी की पूरी 25 लोकसभा सीटें जीती थी।