Vikrant Bhuria : मध्यप्रदेश कांग्रेस विजयपुर उपचुनाव जीतने के बाद से काफी उत्साहित नजर आ रही है। जीत के बाद से कांग्रेस लगातार एक्टिव दिखाई देने लगी है। बीते सोमवार को कांग्रेस ने मोहन सरकार और विधानसभा घेरा किया और गिरफ्तारी दी। हालांकि कांग्रेसी विधानसभा तक नहीं पहुंच पाए, लेकिन कांग्रेस का ये प्रदर्शन काफी जोरदार रहा। प्रदर्शन में कांग्रेसियों में एकता नजर आई। कमलनाथ से लेकर कांग्रेस के सभी दिग्गज पटवारी के इस प्रदर्शन में पहुंचे।
कांग्रेस की बैठक में बवाल!
प्रदेश कांग्रेस के इस जंगी प्रदर्शन से एक दिन पहले नेताप्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने कांग्रेस विधायक दल की बैठक बुलाई थी। बैठक को लेकर एक बड़ी खबर निकलकर सामने आई है। इस बैठक में कुछ ऐसा हुआ की फिर से प्रदेश कांग्रेस की एकजुटता पर सवाल उठने लगे है। सूत्रों के हवाले से खबर है कि कांग्रेस विधायक दल की बैठक में प्रदेश के सबसे युवा विधायक और आदिवासी चेहरा विक्रांत भूरिया नाराज हो गए थे। वे बैठक को बीच में ही छोड़कर चले गए थे।
कांग्रेस से नाराज भूरिया!
पार्टी सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कांग्रेस विधायक विक्रांत भूरिया ने कांग्रेस के विधानसभा घेराव से भी दूरियां बना ली थी। घेराव से पहले कांग्रेस ने अपने सभी विधायकों को रणनीति बनाने के लिए एक बैठक में बुलाया था। जिसमें विक्रांत भूरियां भी पहुंचे थे। सूत्रों की माने तो विक्रांत भूरिया और प्रदेश कांग्रेस नेतृत्व के बीच किसी बात को लेकर बहस हो गई थी। भूरिया की बहस अपने पिता को लेकर बताई जा रही है।
पिता के लिए भूरिया की नाराजगी
दरअसल, विक्रांत भूरिया के पिता कांतिलाल भूरिया बीते करीब 30 सालों से आदिवासी विकास संगठन के अध्यक्ष रहे है। यह संगठन कांग्रेस के सेवादलों की तरह काम करता है। इस संगठन को कांग्रेस की बी टीम भी माना जाता है। दिग्विजय सिंह ने इस संगठन को बनाया था, लेकिन बीते दिनों प्रदेश कांग्रेस ने संगठन में बदलाव करते हुए आदिवासी विकास संगठन की जिम्मेदारी नेता प्रतिपक्ष और आदिवासी नेता उमंग सिंघार को सौंप दी थी। सिंघार को आदिवासी विकास संगठन का अध्यक्ष बना दिया गया था। इसी को लेकर विक्रांत भूरिया नाराज हो गए है।
विधानसभा घेराव से भूरिया की दूरियां
सूत्रों का कहना है कि विधायक दल की बैठक में जब इस बदलाव का जिक्र हुआ तो विक्रांत भूरिया ने अपनी नाराजगी जाहिर की। जिसके बाद बैठक में कुछ ऐसा हुआ की विक्रांत भूरिया बैठक को छोड़कर चले गए। इतना ही नहीं विक्रांत भूरिया इतने नाराज हो गए की वे विधानसभा घेराव में भी नजर नहीं आए। जिसके बाद से प्रदेश कांग्रेस में फूट पड़ने की खबरे सियासी गलियारों हिचकोले खाने लगी है। एकजुटता का संदेश देने वाली कांग्रेस अभी भी अपनों में धड़ों में बंटी हुई है।
आपको बता दें कि पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ने अपनी नई टीम बनाई है। उन्होंने संगठन में कई बदलाव किए है। जिसको लेकर कई कांग्रेस नेताओं ने अपनी नाराजगी जाहिर की है। अजय सिंह राहुल भैया ने तो खुलकर नई टीम को लेकर कई सवाल उठाए थे। और अब विक्रांत भूरिया की नाजरागी सामने आई है।