Ratna Sansar: रत्न हमारे जीवन में गहरा प्रभाव डालते है। इनमें कुछ खास तत्व और क्षमताएं होती हैं जो इन्हें आम पत्थरों से अलग बनती हैं और इन्हें रत्न नाम दिलाती है। विज्ञान भी मानता है कि रत्नों में चुम्बकीय क्षमता होती हैं जो संबंधित ग्रह की ऊर्जा को अवशोषित करके रत्न धारण करने वाले को लाभ दिलाती है। इसका असर काफी जल्दी देखने को मिलता है। आपको बता दें कि कुछ रत्न ऐसे हैं जो लोगों के ग्रह दोष खत्म करते हैं और कुछ रत्नों को पहनने से भाग्योदय हो जाता है। ऐसे में आज हम आपको हीरे के बारे में बताने जा रहे है। जिसे धारण करने से क्या लाभ होते है और किसे इसे रत्न को धारण करना चाहिए। ..
कौन पहन सकता है हीरा
रत्न शास्त्र के मुताबिक कुछ ही राशि के लोग हैं जो हीरा धारण कर सकते हैं। इसका संबंध शुक्र से है और जिन लोगों की कुंडली में शुक्र की स्थिति सही होती है वही इस धारण करें तो अच्छा रहता है। वृषभ, मिथुन, तुला, कन्या और कुंभ राशि के लोगों के लिए यह शुभ माना गया है।
कौन ना करे धारण
जिन लोगों की कुंडली में शुक्र ग्रह पांचवें, तीसरे या आठवें स्थान पर है, उन्हें हीरा पहनने से बचना चाहिए। इसी के साथ कर्क, वृश्चिक, मेष और मीन राशि वाले इस रत्न से दूर रहे तो बेहतर होगा।
होंगे ये फायदे
रत्न शास्त्र के मुताबिक हीरा पहनने से व्यक्ति को भौतिक सुखों की प्राप्ति होती है और शुक्र ग्रह मजबूत बनता है। यह रत्न व्यक्ति के दांपत्य जीवन में खुशहाली लाने का काम करता है। हीरे के प्रभाव से व्यक्ति को अपने करियर और कारोबार में तरक्की मिलती है और वह धन की प्राप्ति करता है। यह रत्न व्यक्ति को मान सम्मान, सेहत, पद प्रतिष्ठा दिलाता है।