रिपोर्टर - इमरान खान
नारायणपुर पुलिस के प्रयास व शासन की नीतियो से प्रभावित होकर प्रतिबंधित माओवादी संगठन कुतुल एरिया कमेटी अन्तर्गत साधू उर्फ सांदू उर्फ चांदू गेाटा पिता स्व. मुरा उम्र 33 वर्ष निवासी हरवेल (कुमुडआदि) थाना ओरछा (गुमरका जनताना सरकार उपाध्यक्ष) के पद में कार्यरत रहे जिनके द्वारा बुधवार को पुलिस अधीक्षक कार्यालय में पुलिस अधीक्षक नारायणपुर प्रभात कुमार के समक्ष बिना हथियार के आत्मसमर्पण किया गया। आत्मसमर्पित नक्सलियों को शासन की नक्सल उन्मूलन नीति के तहत 25000 (पच्चीस हजार रूपये) प्रोत्साहन राशि का चेक प्रदान किया गया हैं।
जबरन संगठन में करते थे शामिल
नक्सलियों द्वारा क्षेत्र के युवा-युवतियों को शासन प्रशासन के विरूद्ध भड़का कर जल, जंगल, जमीन के नाम से तथा गांव से भगाने की धमकी देकर जबरन संगठन से शामिल कर अपनी खोखली विचारधारा के तहत् इनका शोषण किया जाता रहा है। नारायणपुर पुलिस द्वारा माओवादी की खोखली विचारधारा से ग्रामीणों को मुक्त कराने एवं नक्सल मुक्त बस्तर के सपना को साकार रूप देने तथा क्षेत्र में विकास एवं शांति व्यवस्था कायम कराने के उद्देश्य से माड़ बचाव अभियान के माध्यम से नक्सल विरूद्ध अभियान संचालित किया जा रहा है।
नक्सल उन्मूलन नीति का पड़ रहा प्रभाव
नारायणपुर पुलिस के द्वारा लगातार क्षेत्र में नक्सल विरोधी अभियान चलाया जा रहा है वही दूसरी ओर छत्तीसगढ़ शासन की नक्सल उन्मूलन नीति/नियत नेल्ला नार का भी वृहत रूप से प्रचार-प्रसार किया जा रहा है। माड़ क्षेत्र में नवीन कैम्प स्थापित होने से विकास कार्याें में तेजी आई है। विगत माह से माओवादियों के सभी डिवीजन/ एरिया कमेटी क्षेत्र में चलाये जा रहे नक्सल विरोधी अभियान में सुरक्षा बलों द्वारा नक्सलियों के गढ़ क्षेत्रों में आका्रमक रणनीति के तहत् नक्सल विरोधी ऑपरेशन संचालित कर माओवादी संगठन को बड़ा नुकसान पहुंचाया गया है। नक्सलियों के विरूद्ध लगातार कार्यवाही से नक्सलियों में भय व्याप्त है तथा बड़ी संख्या में नक्सली संगठन छोड़कर आत्मसमर्पण कर रहेे है।
एरिया कमेटी उपाध्यक्ष ने किया समर्पण
कुतुल एरिया कमेटी अन्तर्गत गुमरका जनताना सरकार उपाध्यक्ष साधू उर्फ सांदू उर्फ चांदू गोटा का आत्मसमर्पण इसी का परिणाम है। नक्सलियों द्वारा माओवादियों की खोखली विचारधारा एवं शोषण से तंग आकर आत्मसमर्पण किया गया है। अंदरूनी क्षेत्र में पुलिस कैम्प खुलने एवं लगातार नक्सल विरोधी अभियान संचालित होने से क्षेत्र के ग्रामीणों में पुलिस के प्रति विश्वास बढ़ी है और नक्सलियों के खोखले विचारधारा व क्रूर व्यवहार से बाहर निकलकर समाज के मुख्य धारा जुड़ने के लिए प्रेरित हो रहे है। आने वाले समय में और भी नक्सलियों के संगठन छोड़कर आत्मसमर्पण करने की गोपनीय आसूचना है। आत्मसमर्पन कराने में विशेष आसूचना शाखा का विशेष योगदान है।
पुलिस अधीक्षक नारायणपुर श प्रभात कुमार द्वारा नक्सलियों के शीर्ष नेतृत्व के दबाव में आकर नक्सली संगठन से जुड़े ग्राम स्तर/पंचायत स्तर/ एरिया स्तर के लोकल कैडरों से अपील किया गया कि वे भय मुक्त होकर आत्मसमर्पण कर शासन की पुर्नवास योजना का लाभ लेवें और समाज की मुख्य धारा में जुड़कर नये जीवन की शुरूवात करें।
आत्मसमर्पित नक्सलियों को दी जाएँगी सुविधाएँ
आत्मसमर्पित नक्सली साधू उर्फ सांदू उर्फ चांदू गोटा वर्ष 2016 से नक्सलियो के बहकावे में आकर नक्सली संगठन से जुड़कर कार्यरत थे इस दौरान थाना ओरछा, गीदम, बारसूर क्षेत्र में घटित विभिन्न नक्सली गतिविधियो में शामिल रही हैं। आत्मसमर्पित नक्सलियों को शासन की ‘‘नक्सल उन्मूलन नीति’’ के तहत सभी प्रकार की सुविधाएं दिलाया जावेगा।